सीजी भास्कर, 5 सितंबर। सुबह एक दर्दनाक (Road Accident Tragedy) हुआ। भरनी गांव के पास सड़क पर बैठे मवेशियों को बचाने के प्रयास में एक तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई।
मुंगेली जिले के इस हादसे में रिटायर्ड शिक्षक रमेश तिवारी की पत्नी विद्या तिवारी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनके पति, बहू और पोता गंभीर रूप से घायल हो गए।
जानकारी के मुताबिक, ग्राम घुठेली निवासी रमेश तिवारी अपनी पत्नी विद्या तिवारी, बहू मंजुला तिवारी और पोता सौम्या तिवारी के साथ कार (Road Accident Tragedy) से बिलासपुर जा रहे थे। वे रिटायर्ड सीएमएचओ प्रमोद तिवारी के घर आयोजित एक पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निकले थे।
लगभग सुबह 10 बजे जब उनकी कार भरनी स्थित सीआरपीएफ कैंप के पास पहुंची, तभी सड़क पर बैठे मवेशियों को बचाने की कोशिश में वाहन अचानक अनियंत्रित हो गया। तेज रफ्तार कार सड़क किनारे उतरकर सीधे पेड़ से जा टकराई।
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि फ्रंट सीट पर बैठी विद्या तिवारी को गंभीर सिर की चोटें आईं और उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
पुलिस ने मृतका का शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। विद्या तिवारी संजीवनी हॉस्पिटल के संचालक डॉ. विनोद तिवारी और पूर्व सीएमएचओ प्रमोद तिवारी की भाभी थीं।
हादसे की खबर लगते ही परिवार और रिश्तेदारों में मातम का माहौल छा गया।
हादसे में रमेश तिवारी, उनकी बहू मंजुला और पोता सौम्या गंभीर रूप से घायल हो गए।
पुलिस की मदद से तीनों को तुरंत (Emergency Medical Treatment) के लिए संजीवनी हॉस्पिटल लाया गया। यहां रमेश तिवारी की हालत गंभीर होने पर उन्हें उसी शाम अपोलो हॉस्पिटल रेफर किया गया।
बहू मंजुला आईसीयू में जिंदगी की जंग लड़ रही हैं, जबकि पोता सौम्या की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस क्षेत्र में अक्सर मवेशी सड़क पर बैठे रहते हैं, जिससे हादसों की आशंका बनी रहती है। ग्रामीणों ने प्रशासन से सड़क पर मवेशियों की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।