सीजी भास्कर, 02 जुलाई : श्रावण मास की तैयारियों को लेकर प्रयागराज (Rudrabhishek Dress Code) के प्रसिद्ध श्री मनकामेश्वर महादेव मंदिर में पुजारियों की विशेष समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में रुद्राभिषेक और पूजन की पारंपरिक शुद्धता को बनाए रखने के उद्देश्य से कड़े दिशा-निर्देश जारी किए गए। अब कोई भी श्रद्धालु या पुजारी आधुनिक परिधान में अभिषेक नहीं कर पाएगा, और जो नियमों का उल्लंघन करेगा उसे निष्कासित किया जाएगा।
बैठक (Rudrabhishek Dress Code) की अध्यक्षता कर रहे मंदिर के महंत श्रीधरानंद ब्रह्मचारी ने स्पष्ट किया कि सनातन परंपरा और वैदिक मर्यादाओं के पालन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने घोषणा की कि रुद्राभिषेक कराने या करने वाले पुरुषों को धोती पहनना अनिवार्य होगा। पैंट, जींस, टी-शर्ट या शर्ट जैसे आधुनिक वस्त्रों में कोई भी श्रद्धालु शिवलिंग को स्पर्श नहीं कर सकेगा। महिलाओं के लिए साड़ी या धोती पहनना अनिवार्य किया गया है।
पूजा कराने वाले पुजारियों (Rudrabhishek Dress Code) को भी अब धोती और कुर्ता पहनना जरूरी होगा। साथ ही एक और अहम फैसला लेते हुए मंदिर प्रशासन ने कहा कि पूजन के दौरान पान, तंबाकू या किसी भी प्रकार के नशे का सेवन प्रतिबंधित रहेगा। महंत श्रीधरानंद ने दो टूक कहा कि नियमों की अवहेलना करने वाले पुजारियों को पहले एक महीने के लिए मंदिर से निष्कासित कर दिया जाएगा, और पुनरावृत्ति होने पर स्थायी रूप से प्रतिबंध लगाया जा सकता है।
श्रावण मास के दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालु शिव मंदिरों में रुद्राभिषेक करने आते हैं। ऐसे में मंदिर प्रशासन का यह निर्णय न केवल धार्मिक शुचिता बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह एक सांस्कृतिक संदेश भी देता है कि सनातन पूजा-पद्धति में अनुशासन और शुद्धता सर्वोपरि है।