सीजी भास्कर, 9 अक्टूबर। भारत और वेस्टइंडीज के बीच चल रही दो मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा एवं आखिरी मुकाबला 10 अक्टूबर (शुक्रवार) से दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला जाएगा। यह मैच युवा बल्लेबाज साई सुदर्शन (Sai Sudharsan India vs West Indies Test) के लिए बेहद अहम माना जा रहा है,
क्योंकि अब तक वह टेस्ट फॉर्मेट में अपनी प्रतिभा को बड़े स्कोर में नहीं बदल पाए हैं। अहमदाबाद में खेले गए पहले टेस्ट में सुदर्शन सिर्फ 7 रन बनाकर आउट हो गए थे, जबकि इंग्लैंड दौरे पर भी उनका बल्ला खामोश ही रहा था।
अब टीम इंडिया के असिस्टेंट कोच रयान टेन डोशेट ने सुदर्शन को साफ संदेश दिया है कि “अब वक्त कम है, उन्हें खुद को साबित करना होगा।” डोशेट ने कहा कि टीम मैनेजमेंट साई सुदर्शन (Sai Sudharsan India vs West Indies Test) पर भरोसा रखता है, लेकिन भारतीय टेस्ट टीम में जगह बनाए रखना आसान नहीं है। यहां हर खिलाड़ी को निरंतर प्रदर्शन करना पड़ता है, क्योंकि टीम में जगह के लिए जबरदस्त प्रतिस्पर्धा है।
कोच डोशेट ने करुण नायर का उदाहरण देते हुए कहा कि “करुण को इंग्लैंड दौरे पर चार टेस्ट का मौका मिला था, लेकिन प्रदर्शन खराब होने पर उन्हें ड्रॉप कर दिया गया। यही क्रिकेट का नियम है — जगह तभी मिलती है जब रन बनते हैं।” उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “कई खिलाड़ी नंबर-3 स्लॉट के लिए तैयार हैं। साई को यह समझना होगा कि उन्हें हर मौके का पूरा उपयोग करना है। भारतीय टीम में कोई जगह स्थायी नहीं होती। हर कोई अपनी पोजीशन के लिए लड़ रहा है।”
रयान टेन डोशेट ने यह भी कहा कि साई सुदर्शन (Sai Sudharsan India vs West Indies Test) का पहले टेस्ट में आउट होना रणनीतिक चूक हो सकती है, लेकिन टीम को अब भी उन पर भरोसा है। “हम चाहते हैं कि साई अपने नैचुरल गेम पर फोकस करें। वह शानदार बल्लेबाज हैं और अगर वह अपनी लय में लौटे तो टीम को बड़ा फायदा मिलेगा।” कोच ने अंत में कहा कि टीम के माहौल में कोई घबराहट नहीं है, खासकर तब जब भारत सीरीज में आगे है। उन्होंने यह भी दोहराया कि साई सुदर्शन जैसे युवा खिलाड़ियों के लिए यह मंच खुद को साबित करने का सही मौका है।
