सीजी भास्कर, 12 सितंबर। हिमाचल प्रदेश के शिमला में कल हिंदूवादी संगठनों के ऊपर हुए लाठीचार्ज के विरोध में आज शिमला व्यापार संगठन ने बंद का ऐलान कर दिया है। ये बंद सुबह 10 से लेकर दोपहर 1 बजे तक प्रभावी है।
आपको बता दें कि संजौली मस्जिद विवाद में हिंदूवादी संगठनों के ऊपर कल हुए लाठी चार्ज के विरोध में आज शिमला व्यापार संगठन ने बंद का ऐलान किया है। इसका असर भी आज मार्केट में दिख रहा है। व्यापार संगठन ने सुबह 10 बजे से 1 बजे तक दुकान और प्रतिष्ठान बंद रखने का आह्वान किया है।
गौरतलब हो कि हिंदूवादी संगठन शिमला में संजौली मस्जिद को अवैध बताते हुए उसे गिराने के मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। जब वह मस्जिद की तरफ बढ़ने लगे तो पुलिस ने रोकने के लिए लाठीचार्ज और वाटर कैनन का प्रयोग किया था। इसी बात को लेकर आज शिमला व्यापार संगठन ने बंद का ऐलान किया।
दो दुकानदारों की लड़ाई कैसे मस्जिद गिराने की मांग तक पहुंच गई?
बुधवार को हुए बवाल पर शिमला के SP संजीव कुमार गांधी ने कहा कि कल और पहले भी लोगों से अपील की गई थी कि शांति व्यवस्था को बनाए रखने में सहयोग करें। BNS की धारा 163 के तहत प्रावधान लगाए गए थे। कुछ लोगों के साथ बैठक भी की गई थी, सभी ने आश्वासित किया था कि सब कुछ शांतिपूर्ण तरीके से होगा लेकिन कल हमने देखा कि किस प्रकार से सुनियोजित तरीके से प्लान करके यह (विरोध प्रदर्शन) किया गया और पत्थरबाज़ी भी हुई, जिसमें पुलिस को चोटें भी आईं हैं, इसमें हम ज़रूरी कार्रवाई करेंगे।
क्या है संजौली मस्जिद विवाद
शिमला के संजौली में मस्जिद को लेकर विवाद तब खड़ा हुआ जब दो समुदाय के युवकों में लड़ाई के बाद इस मस्जिद को गिराने की मांग की गई। यह मांग हिंदू संगठनों ने की है। आरोप लगाया जा रहा है कि यह मस्जिद अवैध रूप से बनाई गई है। हालांकि यह मस्जिद 1947 से पहले की है लेकिन इसमें दो मंजिल बिना अनुमति के बनाई गई है। शिमला के संजौली में मस्जिद तोड़ने को लेकर हिन्दू संगठन अड़े हुए हैं। कांग्रेस के मंत्री ने भी मस्जिद को तोड़ने की मांग उठाई थी। हिंदू संगठनों ने रैली निकाली थी जिसमें शिमला नगर निगम के कांग्रेस के तीन पार्षद भी शामिल हुए थे।