सीजी भास्कर, 17 मार्च |
जबलपुर नगर निगम में जाली नोटशीट से कचरा परिवहन में बड़ा घोटाला किया गया। दो अधिकारियों ने सफाई का ठेका लेने वाली समिति के साथ मिलकर शासन को लाखों रुपये का चूना लगाया है। मामले में सोमवार को आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ में एफआईआर की गई है। नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी विनोद श्रीवास्तव, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी अनिल जैन और रानीताल के नेताजी सुभाषचंद्र बोस सफाई कामगार सहकारी समिति अध्यक्ष हेमंत करसा को आरोपित बनाया गया है। आरोपितों के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम सहित अन्य धाराओं के अंतर्गत मामला पंजीबद्ध किया है।
समिति को लाभ देने दोगुनी राशि का भुगतान
- नगर निगम के वार्ड क्रमांक-आठ में कचरा परिवहन करने सफाई ठेका समिति ने 14 लाख सात हजार 495 रुपये का बिल प्रस्तुत किया।
- इसकी नोटशीट आगे बढ़ी तो अधिकारियों ने परीक्षण उपरांत बिल में कटौती कर दिया।
- समिति को छह लाख चार हजार 495 रुपये के भुगतान अनुशंसा की। भुगतान की बारी आयीं तो वास्तविक नोटशीट गायब कर दी गई।
- उसकी जगह पर 13 लाख 17 हजार 510 रुपये की कूटरचित नोटशीट प्रस्तुत कर दी गई।
- जाली नोटशीट पर उल्लेखित राशि का भुगतान समिति के पक्ष में जारी किया गया।
आठ लाख रुपये से ज्यादा का फर्जीवाड़ा
स्वास्थ्य अधिकारी, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी और सफाई ठेका समिति के अध्यक्ष ने जालसाजी करते हुए फर्जीवाड़े को अंजाम दिया। समिति को आठ लाख 20 हजार 233 रुपये अधिक राशि का भुगतान किया गया।