सीजी भास्कर, 30 सितंबर। कल शाम लगभग 6 बजे छत्तीसगढ़ के कोरिया जिला अंतर्गत पांडव पारा में एसईसीएल के कोयला परिवहन कर रहे डंफर ने एक बछड़े को कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने विरोध स्वरूप सड़क जाम कर दिया जिससे शाम से रात भर लगभग 9 घण्टा कोल परिवहन पर बंद रहा। लगभग साढ़े 3 बजे रात पुलिस ने आंदोलनकारियों को सड़क से हटाया तब जाकर डंफर की आवाजाही शुरू की जा सकी।
मिली जानकारी के अनुसार पटना पंडोपारा मार्ग पर खोड़ पंचायत भवन के सामने कोयला परिवहन कर रहे डंफर ने एक बछड़े को कुचल दिया जिससे उसकी मौत हो गई। घटना के बाद काफी संख्या में लोगों ने मौके पर पहुंच कर विरोध जताया और सड़क पर बैठकर चक्काजाम कर दिया। राजा टेंट हाउस के सामने काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे, रात भर सड़क पर ही लोग सोते देखे गए। 9 घंटे तक इस मार्ग पर कोयला परिवहन बंद रहा नतीजतन दोनो तरफ के वाहनों का जाम लगा रहा। लगभग साढ़े 3 बजे के बाद पुलिस के द्वारा सड़क पर सो रहे ग्रामीणों को हटाने के बाद कोल परिवहन शुरू हुआ।प्रदर्शनकारी ग्रामीणों का आरोप है कि एसईसीएल प्रबंधन सिर्फ कोयला निकालने और परिवहन में मशगूल है और ग्रामीणों की समस्याओं पर प्रबंधन चुप्पी साध लेता है। कुछ दिन पहले सीएमडी की पत्नी का दौरा था तब ग्रामीणों ने उन्हें काले झंडे दिखाने की योजना बनाई, जिसके बाद सब एरिया मैनेजर ने ग्रामीणों को उनकी समस्याओं का निदान करने का भरोसा दिया था परंतु जैसे ही सीएमडी की पत्नी का दौरा पूरा हुआ वो अपना वायदा भूल गए, जिससे ग्रामीणों में काफी रोष व्याप्त है। कल बछड़े की मौत के बाद आंदोलनकारी ग्रामीणों ने बताया कि पांडव पारा कटोरा मार्ग पर आए दिन दुर्घटनाओं से मौत हो रही है, लाइट नहीं है कई तरह की परेशानियां ग्रामीणों को झेलना पड़ रहा है, जिस पर एसईसीएल प्रबंधन व प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा।