सीजी भास्कर,15 मई। उत्तर प्रदेश के कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट से दूसरी मौत हो गई। पहले विनीत दुबे नामक इंजीनियर की मौत हुई थी। अब मयंक कटियार नामक युवक की मौत हुई है।
फतेहगढ़ निवासी प्रमोदनी कटियार के बेटे मयंक कटियार ने कानपुर के केशवपुर स्थित इंपायर क्लिनिक में डॉक्टर अनुष्का तिवारी से 18 नवंबर को हेयर ट्रांसप्लांट कराया था। परिवार का आरोप है कि लापरवाही और गैर-पेशेवर तरीके से किए गए इलाज के चलते मयंक की अगले दिन ही जान चली गई। छह महीने बीत जाने के बावजूद परिजनों को न्याय नहीं मिला है।
परिजनों के अनुसार मयंक, कानपुर के प्राणवीर सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (PSIT), से बीटेक करने के बाद नौकरी कर रहा था और कानपुर में ही अपना व्यवसाय शुरू करने की योजना बना रहा था।
मां प्रमोदनी के अनुसार, मयंक ही परिवार की जिम्मेदारी संभालता था क्योंकि पिता की पहले ही मौत हो चुकी थी। प्रमोदनी कटियार ने बताया कि मयंक 18 नवंबर की सुबह 8 बजे हेयर ट्रांसप्लांट के लिए डॉक्टर अनुष्का के क्लिनिक गया था। दोपहर 2 बजे उसे क्लिनिक से छोड़ा गया।
हेयर ट्रांसप्लांट करवाने के बाद शाम को मयंक का छोटा भाई कुशाग्र उसको लेकर घर आ गया। रात करीब 12 बजे मयंक को तेज दर्द हुआ। डॉक्टर से बात करने पर उन्होंने इंजेक्शन लगवाने को कहा। इंजेक्शन के बाद भी आराम नहीं मिला तो पट्टी ढीली करने की सलाह दी गई। इसके बाद भी दर्द कम नहीं हुआ और दूसरा इंजेक्शन लगवाया गया। रात भर मयंक दर्द से तड़पता रहा। उसका चेहरा सूजने लगा और रंग काला पड़ गया। सुबह फिर से डॉक्टर से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है। सब ठीक हो जाएगा।
फर्रुखाबाद लेकर गए मयंक को
कुशाग्र ने बताया कि हालत बिगड़ती देख डॉक्टर ने मयंक को फर्रुखाबाद के एक हृदय रोग विशेषज्ञ के पास भेजा, जिन्होंने जांच में हार्ट से जुड़ी कोई समस्या नहीं पाई।
जब मयंक की हालत और खराब हुई तो 19 नवंबर को परिजन उसे दोबारा कानपुर ले जाने की तैयारी कर रहे थे। लेकिन उससे पहले ही मयंक ने मां की गोद में दम तोड़ दिया।
कुशाग्र ने आरोप लगाया कि डॉक्टर अनुष्का ने न तो मयंक की स्थिति को गंभीरता से लिया और न ही समय पर अस्पताल पहुंचाया। इलाज के दौरान बार-बार वीडियो कॉल पर कंसल्टेशन होता रहा। बाद में डॉक्टर ने उन्हें कॉल और व्हाट्सएप पर ब्लॉक कर दिया और क्लिनिक में ताला लगाकर गायब हो गईं।
झोलाछाप डॉक्टर है अनुष्का तिवारी
मयंक के परिजनों का कहना है कि उनके पार डॉक्टर के पर्चे से लेकर सभी सबूत मौजूद हैं। उनका कहना था कि पहले एफआईआर कराने की हिम्मत नहीं पड़ी लेकिन जब विनीत दुबे का मामला सामने आया और उनका मुकदमा दर्ज हुआ तो मयंक के मामले में भी उन्होंने पुलिस को तहरीर दी है।
मयंक के परिजनों का यह भी आरोप है कि अपने को डॉक्टर बताने वाली अनुष्का के पास कोई डिग्री नहीं है और वो आधे खर्चे में हेयर ट्रांसप्लांट कुछ कारीगरों से करवाती है इसीलिए उसके यहां भीड़ रहती है। फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।