उत्तर प्रदेश – हाईवे किनारे यात्रियों की सुरक्षा के लिए लगाए गए मेटल क्रैश बैरियर ही सुरक्षित नहीं थे। शातिर बदमाशों का एक गिरोह योजनाबद्ध तरीके से इन बैरियर्स को चुराकर बेच रहा था। लेकिन अब इस बड़ी चोरी का खुलासा हो गया है। थाना दिबियापुर और स्वाट टीम की संयुक्त कार्रवाई में अंतरजनपदीय बैरियर चोर गैंग का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने गैंग के 9 सदस्यों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से सैकड़ों बैरियर के टुकड़े, एक ट्रक, स्कूटी और बाइक भी जब्त की गई हैं।
कहां से हुआ चोरी का खुलासा
17 जुलाई को दिबियापुर थाना क्षेत्र के समाधान पुरवा से मेडिकल कॉलेज होते हुए ककोर-कंचौसी मार्ग तक करीब 600 मीटर लंबे मेटल क्रैश बैरियर्स गायब पाए गए। इस पर अधिशासी अभियंता ने थाना पुलिस को सूचना दी और तत्काल मामला दर्ज कर लिया गया।
SP अभिजीत आर. शंकर के नेतृत्व में स्वाट, सर्विलांस और स्थानीय थाना पुलिस की टीम सक्रिय हुई और जांच में जुट गई।
कैसे पकड़े गए आरोपी?
26 जुलाई को पुलिस टीम ने एक गुप्त सूचना पर कानपुर नगर के परमपुरवा इलाके में एक फैक्ट्री पर छापेमारी की। यहां से गैंग के 9 सदस्य मौके पर ही धर लिए गए। पूछताछ में पता चला कि यह गैंग बीते कई महीनों से अलग-अलग जिलों में इस तरह की वारदातों को अंजाम दे रहा था।
क्या-क्या बरामद हुआ?
- 65 साबुत मेटल क्रैश बैरियर
- 380 कटे हुए टुकड़े
- 1 DCM ट्रक
- 1 स्कूटी और Yamaha R-15 बाइक
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान:
- विनोद सोनकर (मास्टरमाइंड)
- निजामुद्दीन मंसूरी
- विशाल संखवार
- ऋषभ सोनकर
- नीशू सोनकर
- शिवा पाल
- मनीष कुमार
- अभिषेक संखवार
- प्रदीप उर्फ छोटू
सभी आरोपी कानपुर देहात के निवासी हैं। चोरी का माल वे फैक्ट्री में ले जाकर स्क्रैप के तौर पर बेचते थे और रकम आपस में बांटते थे।
पहले भी कर चुके हैं वारदातें
गैंग के सदस्यों ने स्वीकार किया है कि उन्होंने इससे पहले उरई टोल प्लाजा, सेंगुर नदी पुल, रिलायंस क्रॉसिंग और अंडरपास जैसे कई स्थानों से भी बैरियर चोरी किए हैं।
पुलिस को इनाम, एक आरोपी फरार
इस बड़ी कार्रवाई के लिए औरैया पुलिस को 25,000 रुपये नकद इनाम देने की घोषणा SP औरैया ने की है। साथ ही, पुलिस अब फरार चल रहे एक अन्य आरोपी की तलाश और गैंग की आर्थिक जड़ों की जांच में जुट गई है।