सीजी भास्कर 13 अगस्त
तुमकुरु, कर्नाटक। चिम्पुगनहल्ली इलाके में एक शामियाना हत्या का मामला सामने आया है, जिसमें मृतका के शव को 19 अलग-अलग हिस्सों में काटकर विभिन्न जगहों पर फेंक दिया गया। इस सनसनीखेज मामले में पुलिस ने सोमवार, 11 अगस्त 2025 को मुख्य आरोपी दामाद डॉ. रामचंद्रैया एस. (47) और उनके दो सहयोगियों सतीश के. एन. (38) और किरण के. एस. (32) को गिरफ्तार किया।
घटना की पृष्ठभूमि
लक्ष्मी देवी (42), जो बेल्लावी गांव की निवासी थीं, 3 अगस्त को अपनी बेटी तेजस्वी से मिलने निकली थीं। तेजस्वी रामचंद्रैया की पत्नी थीं और यह उनकी दूसरी शादी थी। अगले दिन, लक्ष्मी देवी के पति बसवराज ने बेल्लावी पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई।
शव के टुकड़े कैसे मिले
7 अगस्त को पुलिस को चिम्पुगनहल्ली में 19 अलग-अलग स्थानों पर बैगों में रखे शव के अंग मिलने की सूचना मिली। शुरुआती जांच में मृतका की पहचान मुश्किल थी, लेकिन डीएनए टेस्ट और पहचान प्रक्रिया से पुष्टि हुई कि यह लक्ष्मी देवी ही थीं।
आरोपियों की गिरफ्तारी
पुलिस को CCTV फुटेज में मारुति सुजुकी ब्रेज़ा दिखाई दी, जिसका उपयोग शव के टुकड़े फेंकने के लिए किया गया था। यह गाड़ी सतीश के नाम पर पंजीकृत थी।
सतीश को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसमें उसने पूरी साजिश का खुलासा किया। उसके बयान के आधार पर किरण को भी गिरफ्तार किया गया। मुख्य आरोपी रामचंद्रैया हत्या के समय धर्मस्थल में था, लेकिन बाद में पुलिस ने उसे भी हिरासत में लिया।
हत्या का मकसद
पुलिस अधीक्षक अशोक के वी के मुताबिक, रामचंद्रैया अपनी सास के हस्तक्षेप से नाराज था। उनका आरोप था कि लक्ष्मी देवी उनकी शादी में दखल देती थीं और पत्नी तेजस्वी को उनके खिलाफ भड़काती थीं।
रामचंद्रैया की पहली शादी का तलाक अभी तक फाइनल नहीं हुआ था, और 2019 में उन्होंने तेजस्वी से दूसरी शादी की थी।
आगे की जांच
पुलिस अब तक यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि शव को 19 टुकड़ों में क्यों काटा गया और अलग-अलग जगहों पर क्यों फेंका गया। आरोपी अब अदालत में पेश किए गए हैं और हिरासत में हैं।
एसपी अशोक ने यह भी स्पष्ट किया कि यह हत्या मानव बलि से संबंधित नहीं है, और जांच पूरी तरह कानूनी कार्रवाई के तहत जारी है।