सीजी भास्कर, 3 अगस्त |
राजधानी रायपुर में महिला थाना प्रभारी रही वेदवती दरियों पर एक बार फिर गंभीर आरोप लगे हैं। इस बार उन पर पीड़िता को थाने में डंडे और बेल्ट से पीटने का मामला सामने आया है। पहले ही वह 50 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों ACB के हत्थे चढ़ चुकी हैं। अब कोर्ट के आदेश पर उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई है।
मार्च 2024 में आसिफ अली और यास्मीन फातिमा नामक दंपत्ति के वैवाहिक विवाद को लेकर महिला थाने में काउंसलिंग चल रही थी। इसी दौरान दोनों के बीच गाली-गलौज और कहासुनी शुरू हो गई। यास्मीन अपनी मां और भाई के साथ थाने आई थी।
थाने में हुई पिटाई का आरोप
पीड़िता यास्मीन का आरोप है कि तत्कालीन थाना प्रभारी वेदवती दरियों ने एकतरफा कार्रवाई करते हुए उसे, उसकी मां और भाई को डांटने-डपटने लगीं। विवाद बढ़ा तो उन्होंने SI शारदा वर्मा और कांस्टेबल फगेश्वरी कंवर के साथ मिलकर महिला की डंडे और बेल्ट से पिटाई कर दी। पीठ और गर्दन पर गंभीर निशान आए।
महिला पर ही FIR कर दी गई थी
इस पूरी घटना के बाद उल्टा थाना प्रभारी ने पीड़िता और उसके परिजनों पर ही FIR दर्ज करवा दी थी। जिससे परेशान होकर महिला ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
कोर्ट के आदेश पर अब FIR दर्ज
मामला जब कोर्ट पहुंचा तो मजिस्ट्रेट ने जांच के बाद कोतवाली थाने को थाना प्रभारी, SI और कांस्टेबल के खिलाफ FIR दर्ज करने के निर्देश दिए। मामला IPC की धारा 294, 323, 506 और 34 के तहत दर्ज हुआ है।
रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ी जा चुकी हैं दरियों
जुलाई 2024 में वेदवती दरियों को ACB ने घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। उन्होंने एक महिला से केस दर्ज करने के बदले 50 हजार की रिश्वत मांगी थी। बाद में 35 हजार में डील तय हुई। केमिकल लगे नोटों के साथ जब महिला ने पैसा थमाया, तो ACB ने दबिश देकर दरियों को पकड़ लिया। उनके हाथ पर केमिकल का रंग भी मिला था।
सस्पेंड हो चुकी हैं, अब दूसरा केस भी दर्ज
ACB की कार्रवाई के बाद वेदवती दरियों को निलंबित कर दिया गया था। अब कोर्ट के आदेश पर मारपीट का नया केस भी दर्ज हो गया है, जिससे महिला थाना में काम कर चुके स्टाफ की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं।