रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से स्मार्ट मीटर से बिजली चोरी का पहला मामला सामने आया है। लाखेनगर जोन के ब्राम्हणपारा क्षेत्र में एक उपभोक्ता ने स्मार्ट मीटर से छेड़छाड़ कर बिजली बायपास करने की तकनीकी कोशिश की, जिसे पावर कंपनी की विजिलेंस टीम ने पकड़ लिया। इस मामले में 87,349 रुपये का जुर्माना लगाया गया है और FIR दर्ज की गई है।
कैसे पकड़ा गया बिजली चोरी का मामला?
गुढ़ियारी स्थित स्मार्ट कंट्रोल रूम को मीटर में संदिग्ध गतिविधि का अलर्ट मिला। मामला था आलोक शर्मा नामक उपभोक्ता के घर का, जहां 4 जुलाई को विजिलेंस टीम ने दबिश दी। मौके पर जांच के दौरान पाया गया कि:
- स्मार्ट मीटर की बॉडी क्रैक थी
- सील टूटी हुई थी
- मीटर के बॉक्स को जब्त कर भिलाई की लैब भेजा गया
10 जुलाई को लैब में हुई जांच में पुष्टि हुई कि मीटर के आंतरिक सर्किट में छेड़छाड़ की गई थी।
कैसे की गई स्मार्ट मीटर में छेड़छाड़?
रिपोर्ट में सामने आया कि:
- R, Y, B तीनों फेज और न्यूट्रल टर्मिनल्स को कॉपर वायर से शॉर्ट किया गया
- इससे मीटर की रीडिंग प्रभावित हुई और बिजली खपत कम दिखाई दी
- तकनीकी भाषा में इसे “मीटर टेम्परिंग” और “अनाधिकृत विद्युत उपयोग” कहा जाता है
क्या कार्रवाई की गई?
- ₹87,349 का जुर्माना लगाया गया
- उपभोक्ता का बिजली कनेक्शन काट दिया गया
- आजाद चौक थाना में FIR दर्ज
- विद्युत अधिनियम 2003 व 2005 की धारा 135 व 138 के तहत मामला दर्ज
विजिलेंस अधिकारी गुलाब सिंह साहू द्वारा पुलिस को शिकायत दी गई थी। उपभोक्ता अब तक यह स्पष्ट नहीं कर पाया है कि मीटर में छेड़छाड़ किसने की।
स्मार्ट मीटर में क्या सुविधाएं होती हैं?
- रिचार्जेबल मीटर जैसे मोबाइल
- हर 30 मिनट की बिजली खपत की जानकारी
- ऑनलाइन गड़बड़ी का अलर्ट
- बकायादारों की संख्या में गिरावट
- रियल टाइम ट्रैकिंग और ऑटोमेटिक रीडिंग