गुप्त गोदाम से उजागर हुआ (Snake Venom Trade in Haridwar)
सीजी भास्कर, 10 सितम्बर। हरिद्वार और रुड़की क्षेत्र में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब अधिकारियों ने एक छिपे हुए गोदाम से (Snake Venom Trade in Haridwar) से जुड़े 86 जहरीले सांप बरामद किए।
इनमें King Cobra और Russell Viper जैसे बेहद खतरनाक सांप भी शामिल थे।
बरामद सांपों को सुरक्षित कब्जे में ले लिया गया है और अब इस पूरे मामले की गहन जांच की जा रही है।
कैसे पकड़ा गया Snake Venom का नेटवर्क
जानकारी के मुताबिक ग्रामीणों को लंबे समय से संदेह था कि इलाके में सांपों की अवैध तस्करी हो रही है।
स्थानीय सतर्क नागरिकों ने जब इस संदिग्ध गतिविधि की खबर अधिकारियों तक पहुंचाई। एक टीम मौके पर पहुंची और छापेमारी की।
जैसे ही गोदाम का ताला टूटा, भीतर पिंजरों में कैद जहर उगलने वाले सांप दिखाई दिए। यह दृश्य देखकर मौके पर मौजूद लोग भी दंग रह गए।
लाइसेंस एक्सपायर, कारोबार जारी
जांच में पता चला कि गोदाम मालिक के पास संबंधित कारोबार का लाइसेंस था, लेकिन वह वर्षों पहले खत्म हो चुका था।
इसके बावजूद, वह सांपों की तस्करी और Snake Venom Trade (सांपों के जहर का अवैध कारोबार) को गुपचुप तरीके से चला रहा था।
फिलहाल गोदाम मालिक फरार है और उसकी तलाश तेज कर दी गई है।
क्यों है Snake Venom इतना कीमती?
विशेषज्ञों का मानना है कि (Snake Venom Trade in Haridwar) जैसे मामलों में सांपों के जहर की सबसे ज्यादा डिमांड विदेशी बाजारों में होती है।
इसका इस्तेमाल महंगी दवाइयों, रिसर्च, नशे और कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स तक में किया जाता है। यही वजह है कि यह कारोबार करोड़ों का माना जाता है।
प्रशासन पर उठ रहे सवाल
स्थानीय लोगों ने अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए।
उनका कहना है कि इतनी बड़ी मात्रा में सांपों का जखीरा वर्षों तक कैसे छिपा रहा?
क्या प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगी, या फिर नजरअंदाज किया गया?
ग्रामीणों ने इस पूरे मामले में पारदर्शी जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।