सीजी भास्कर, 23 नवंबर। बिलासपुर शहर के अग्रसेन चौक के पास रहने वाले एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर (Software Engineer Suicide) ने 27 सितंबर को ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली। उसके पास मिले सुसाइड नोट (Bilaspur Suicide Case) और मोबाइल स्क्रीन पर लिखे मैसेज से पता चला कि नोयडा में रहने वाली युवती उसे लगातार परेशान कर रही थी। पुलिस ने जांच के बाद युवती पर आत्महत्या के लिए उकसाने (Abetment to Suicide) का मामला दर्ज कर लिया है। अब पुलिस युवती की लोकेशन और गतिविधियों की जानकारी जुटा रही है।
सिविल लाइन क्षेत्र के अग्रसेन चौक के पास स्थित साकेत अपार्टमेंट में रहने वाले गौरव सवन्नी (30) आईटी सेक्टर (IT Employee) में काम करते थे। वे नोयडा की एक फर्म में नौकरी करते थे और पिछले दिनों वर्क फ्रॉम होम कर रहे थे। 27 सितंबर को वे किसी बात से नाराज़ होकर घर से निकले। स्वजन ने उनकी खोजबीन की, लेकिन रात करीब 12 बजे उनका शव उसलापुर रेलवे ट्रैक पर मिला।
जेब की तलाशी में मिला सुसाइड नोट (Bilaspur Suicide Case) जिसमें प्रियंका नाम की युवती द्वारा लगातार मानसिक प्रताड़ना (Mental Harassment) की बात लिखी थी और अपनी मौत का कारण भी उसी को बताया था। जांच में सामने आया कि युवती ने नोयडा में गौरव के खिलाफ दुष्कर्म की शिकायत (Fake Allegation Case) दर्ज कराई थी, जिसके कारण गौरव को जेल जाना पड़ा था। जमानत पर छूटने के बाद वे घर में रहकर काम कर रहे थे, लेकिन युवती द्वारा लगातार परेशान किए जाने से मानसिक दबाव बढ़ता गया और उन्होंने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने नोयडा निवासी प्रियंका सिंह के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है। सिविल लाइन टीआइ ने कहा कि युवती की गिरफ्तारी के लिए टीम जल्द ही नोयडा भेजी जाएगी।
शादी वाली वेबसाइट से हुई थी पहचान
गौरव दिल्ली में नौकरी करते थे। उन्होंने शादी के लिए एक ऑनलाइन मैट्रिमोनी प्रोफाइल बनाया था, जिसके माध्यम से उनकी पहचान प्रियंका से हुई। दोनों में मोबाइल पर बातचीत शुरू हुई और वे सार्वजनिक जगह पर दो बार मिले भी। आरोप है कि युवती ने उन्हें फंसाने के लिए झूठा केस दर्ज कराया, जिससे गौरव तनाव और शर्मिंदगी का शिकार हुए और जेल भी जाना पड़ा।
दिल्ली पुलिस से मिलेगी युवती की जानकारी
गौरव के स्वजन का कहना है कि जब दिल्ली पुलिस ने गौरव को गिरफ्तार किया तब पहली बार उन्हें पूरे प्रकरण के बारे में जानकारी हुई। इससे पहले परिवार को प्रियंका के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। अभी भी युवती का पता परिवार के पास नहीं है। सिविल लाइन पुलिस अब दिल्ली पुलिस से उसकी एफआईआर और व्यक्तिगत विवरण प्राप्त करने के लिए औपचारिक संपर्क कर रही है।
