सीजी भास्कर, 19 जून। सोनम रघुवंशी किसी संजय वर्मा नाम के शख्स से घंटों बात करती थी। एक मार्च से 25 मार्च तक तकरीबन 112 बार उसने संजय वर्मा से फोन पर बात की, लेकिन जब पुलिस ने उस नंबर की बारीकी से जांच-पड़ताल की तो वह नंबर राज कुशवाहा का ही निकला।
इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड में शिलांग पुलिस की जांच तेजी से चल रही है। इस समय शिलांग पुलिस की एक टीम इंदौर में मौजूद है और आरोपियों के परिजनों से हत्याकांड को लेकर सवाल-जवाब कर रही है।
वहीं कल से संजय वर्मा नाम के एक शख्स की खूब चर्चा हो रही थी। राजा की हत्या से पहले सोनम ने संजय को 112 बार कॉल की थी। ऐसे में शिलांग पुलिस भी टेंशन में आ गई थी कि आखिर ये संजय वर्मा कौन...?
अभी तक सिर्फ राज कुशवाहा का नाम ही सोनम के प्रेमी के रूप में सामने आया था, क्या कहीं सोनम का राज से नहीं बल्कि संजय से अफेयर तो नहीं चल रहा था, राज को सिर्फ मोहरे के रूप में यूज किया गया था?
हालांकि जब सोनम और संजय वर्मा के कॉल की CDR डिटेल निकाली गई तो शिलांग पुलिस भी चौंक गई। दरअसल, जांच में इस बात की पुष्टि हुई कि राज कुशवाहा ने ही True caller पर अपना नाम संजय वर्मा के नाम पर रजिस्टर्ड किया था और उसी के माध्यम से दोनों बात करते थे।
ऐसे राज ने इसलिए किया था, ताकि कभी पकड़ा जाए तो सोनम के घरवालों को उस पर शक न हो। चूंकि राज सोनम की प्लाईवुड फैक्ट्री में काम करता था तो ऐसे में उसे अपनी नौकरी के जाने का डर भी सता रहा था।
बता दें कि शिलांग पुलिस ने इंदौर में सोनम रघुवंशी के माता-पिता, भाई और भाभी से पूछताछ की। इस दौरान अलग-अलग तरह के सवाल शिलांग पुलिस ने उसके माता-पिता, भाई और भाभी से पूछे।
सबसे पहला सवाल सोनम का व्यवहार आप लोगों के प्रति कैसा था और राज कुशवाहा के साथ जो संबंध सामने आए, इसकी जानकारी आप लोगों को थी कि नहीं।
फिलहाल कुछ सवालों पर जब भाई-भाभी और सोनम के माता-पिता ने अलग-अलग तरह के जवाब दिए तो शिलांग पुलिस की टीम ने तुरंत वीडियो कॉलिंग के माध्यम से सोनम से उन सवालों के जवाब लिए और एक बार फिर उसके माता-पिता से पूछताछ की।
परिजनों को गुमराह करने के लिए ऐसा किया
सोनम रघुवंशी किसी संजय वर्मा नाम के शख्स से घंटों बात करती थी. एक मार्च से 25 मार्च तक तकरीबन 112 बार उसने संजय वर्मा से फोन पर बात की, लेकिन जब पुलिस ने उस नंबर की बारीकी से जांच-पड़ताल की तो वह नंबर राज कुशवाहा का ही निकला।
दरअसल, राज कुशवाहा और सोनम ने अपने परिजनों को भ्रमित करने के लिए इस तरह से योजना बनाई थी। यदि पकड़े जाएं तो सोनम किसी संजय वर्मा जो की कोई क्लाइंट से बात कर छुटकारा पा सके. इसलिए इस तरह से सोनम ने और राज ने षड्यंत्र रचा था।
सोनम से इसी नंबर पर घंटों होती थी बात
पुलिस की जांच-पड़ताल में यह भी बात सामने आई कि राज कुशवाहा ही संजय वर्मा के नाम पर रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर के आधार पर सोनम से घंटों बाद करता था।
ऐसी संभावनाएं जताई जा रही है कि 1 मार्च से 25 मार्च के बीच ही सोनम ने राज कुशवाहा के साथ मिलकर राजा रघुवंशी को किस तरह से ठिकाने लगाना है, इसकी योजना बना ली थी। फिलहाल पूरे मामले में अलग-अलग तरह से जांच-पड़ताल कर इस पूरे मामले का खुलासा हो गया है।