सीजी भास्कर, 06 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ में आत्महत्या (Suicide Cases In Chhattisgarh) की घटनाएं लगातार चिंता का विषय बनी हुई हैं। वर्ष 2023 में प्रदेश के 7 हजार 863 लोगों ने अलग-अलग कारणों से खुदकुशी की। इनमें सबसे ज्यादा संख्या पारिवारिक कलह से जूझ रहे लोगों की है। आंकड़ों के मुताबिक 1732 लोगों ने पारिवारिक समस्याओं से परेशान होकर जीवन समाप्त कर लिया, जिनमें 1196 पुरुष और 536 महिलाएं शामिल थीं।
NCRB ने जारी किए आंकड़े
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक गंभीर बीमारियों से पीड़ित 1658 लोगों ने आत्महत्या (Suicide Cases In Chhattisgarh) की। इनमें 1207 पुरुष और 451 महिलाएं थीं। वहीं कम आय वर्ग के लोग भी इस त्रासदी का सबसे ज्यादा शिकार बने। राजधानी रायपुर में ही अलग-अलग थाना क्षेत्रों में 364 लोगों ने जान दी। NCRB के अनुसार प्रदेश में आत्महत्या की दर 26% है, जो राष्ट्रीय औसत से कहीं अधिक है।
नशे और बेरोजगारी भी बड़ी वजह
आंकड़ों के अनुसार नशे की लत से जूझ रहे 708 पुरुष और 53 महिलाओं ने भी मौत को गले लगाया। प्रेम प्रसंग के कारण 178 युवक और 128 युवतियों ने आत्महत्या (Suicide Cases In Chhattisgarh) की। करियर न बन पाने और बेरोजगारी के चलते भी कई युवाओं ने जान दी। इसमें 57 युवक और 20 युवतियां शामिल थीं।
खुदकुशी के मामलों में मामूली गिरावट
वर्ष 2022 में प्रदेश में कुल 8 हजार 446 लोगों ने आत्महत्या की थी। इसके मुकाबले 2023 में यह संख्या घटकर 7 हजार 868 रही। यानी 0.6% की गिरावट दर्ज की गई। रायपुर में भी 2022 के 379 मामलों की तुलना में 2023 में 364 केस दर्ज हुए। हालांकि मामूली कमी के बावजूद आंकड़े (Suicide Cases In Chhattisgarh) अब भी बेहद चिंताजनक हैं।
कम आय वालों की संख्या अधिक
NCRB रिपोर्ट के अनुसार सबसे ज्यादा आत्महत्या कम आय वाले लोगों ने की। 1 लाख रुपए से कम सालाना आय वाले 4537 पुरुष और 1785 महिलाओं ने जान दी। 1 से 5 लाख आय वर्ग में 1034 पुरुष और 310 महिलाएं, 5 से 10 लाख आय वर्ग में 137 पुरुष और 45 महिलाएं शामिल थीं। यहां तक कि 10 लाख से अधिक आय अर्जित करने वाले 17 पुरुष और 3 महिलाओं ने भी खुदकुशी (Suicide Cases In Chhattisgarh) कर ली।