सीजी भास्कर, 06 अक्टूबर। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) बीआर गवई के सामने सोमवार को एक वकील ने हंगामा करने की कोशिश की। आरोप है कि वकील ने CJI की तरफ जूता फेंकने का प्रयास किया। घटना के तुरंत बाद पुलिस ने आरोपी वकील को हिरासत में ले लिया। इस बीच, पूरे घटनाक्रम (Supreme Court incident) के दौरान जस्टिस गवई शांत बने रहे और कोर्ट की कार्यवाही जारी रखी। उन्होंने साफ कहा—“इन बातों से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता।”
बताया जा रहा है कि वकील डेस्क के पास पहुंचा और जूता निकालकर जज की ओर फेंकने की कोशिश की। लेकिन कोर्ट में मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने समय रहते हस्तक्षेप किया और आरोपी को पकड़ लिया। बाहर जाते समय वकील यह कहते सुना गया—“सनातन का अपमान नहीं सहेंगे।” आरोपी का नाम राकेश किशोर बताया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट बार (Supreme Court incident) में उनका रजिस्ट्रेशन 2011 में हुआ था।
मूर्ति पर बयान के बाद CJI गवई की सफाई Supreme Court incident
घटना से प्रभावित न होते हुए CJI गवई ने कोर्ट में मौजूद वकीलों से कहा कि अपने तर्क जारी रखें। उन्होंने कहा “इस सब पर ध्यान मत दें। हम प्रभावित नहीं हैं।” मामले की गंभीरता को देखते हुए कोर्ट परिसर (Supreme Court incident) में सुरक्षा और बढ़ा दी गई है।
सीजेआई पर क्यों हुई जूता फेंकने की कोशिश?
एक अन्य वकील ने इस घटना पर प्रतिक्रिया दी और कहा “आज की घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। कोर्ट जैसी जगह पर, वह भी वकील द्वारा असॉल्ट करने का प्रयास करना, इसकी कड़ी निंदा होनी चाहिए। हमारे बार के वो सदस्य हैं। जांच में पता चला कि वे 2011 के मेंबर हैं।”
वकील ने कार्रवाई की मांग की
वकीलों का कहना है “यह बहुत ही शर्मनाक घटना है। बताया गया कि यह कदम हॉनरेबल CJI के उस कमेंट के बाद उठाया गया, जिसमें भगवान विष्णु की मूर्ति को लेकर चर्चा हुई थी। उसी के विरोध में वकील ने ऐसा (Supreme Court incident) करने की कोशिश की। हम इसकी कठोर निंदा करते हैं और मांग करते हैं कि आरोपी पर सख्त कार्रवाई हो।”
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