सीजी भास्कर 21 नवम्बर भिलाई से सामने आया यह Tantric Exploitation Case किसी फिल्मी कहानी जैसा लगता है, लेकिन यह पूरी तरह वास्तविक घटना है। जामुल क्षेत्र की 21 वर्षीय युवती को मानसिक तनाव में देखकर एक कथित तांत्रिक और उसकी मां ने “उपचार” के नाम पर ऐसा जाल बुना, जिससे निकलने में उसे डेढ़ साल लग गए।
कैसे फंसी युवती तांत्रिक जाल में?
शिकायत के मुताबिक, 2023 में युवती जब पढ़ाई के दौरान मानसिक तनाव से जूझ रही थी, तभी आरोपी की मां घर और दुकान के आसपास आने लगी। कुछ समय बाद उसने दावा किया कि उसका बेटा “तांत्रिक विधियां” जानता है और मानसिक परेशानियां दूर कर सकता है—यही वह शुरुआती बिंदु बना, जिससे यह पूरा tantric exploitation फैलता गया।
युवती का परिवार मुश्किल में था, और इस कमजोरी का फायदा आरोपी ने तेजी से उठाया। धीरे-धीरे वह युवती के घर आने लगा, विश्वास हासिल किया और फिर उसी भरोसे को तोड़ते हुए उसने निजी संबंध बनाने शुरू किए।
फर्जी शादी, तंत्र-मंत्र का डर और लगातार दुष्कर्म
कुछ महीनों बाद आरोपी की मां युवती को इलाज और पढ़ाई के बहाने रायपुर ले गईं। वहां आरोपी ने आर्य समाज मंदिर में विवाह का दिखावा किया, जिसमें कथित रीतियां पूरी की गईं। युवती ने बताया कि शादी के तुरंत बाद उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया, जहां तंत्र-मंत्र का भय दिखाकर कई बार उसके साथ दुष्कर्म हुआ।
इतना ही नहीं—उसे बार-बार कहा गया कि “तांत्रिक शक्ति” उससे नाराज हो जाएगी और वह घरवालों को नुकसान पहुंचाएगी, यदि वह विरोध करेगी। इसी डर में रखकर 2–3 बार forced abortion भी करवाया गया।
डेढ़ साल की कैद और भागने की कोशिश
शिकायत में बताया गया कि आरोपी ने युवती को उसके परिवार से अलग रखने की हर कोशिश की। बाहर जाने, फोन करने या पढ़ाई करने के किसी अवसर तक उसे स्वतंत्रता नहीं थी। युवती ने कोशिशें जारी रखीं और एक दिन मौका पाकर किसी तरह वहां से भाग निकली, अपने परिवार तक पहुंची, और पूरी कहानी बताई।
लेकिन यहां भी पीड़ा खत्म नहीं हुई—परिजनों का आरोप है कि कुछ दिनों बाद आरोपी फिर पहुंचा और उसे जबरन घसीटकर ले जाने की कोशिश की।
एसएसपी से शिकायत के बाद शुरू हुई कार्रवाई
घटना को गंभीरता से देखते हुए युवती को सुरक्षा दी गई। उसकी हालत को देखते हुए मेडिकल टीम और काउंसलर्स की मदद ली जा रही है। पुलिस ने आरोपी हेमंत और उसकी मां के खिलाफ दुष्कर्म, धोखाधड़ी, अपहरण, गर्भपात और मानसिक प्रताड़ना की धाराओं में FIR दर्ज की है।
अब पुलिस यह भी जांच रही है कि क्या आरोपी पहले भी इसी तरह “tantric treatment” के नाम पर किसी और युवती को अपने जाल में फंसाता रहा है।
गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित
जांच टीमों को रायपुर, भिलाई और आसपास के इलाकों में लगाया गया है। पुलिस ने बताया कि यह मामला केवल अपराध नहीं, बल्कि मानसिक नियंत्रण, धमकी और अंधविश्वास के दुरुपयोग का भी गंभीर उदाहरण है—जो पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गया है।
