सीजी भास्कर, 17 जुलाई। नर्सरी की 4 वर्षीय बच्ची को पढ़ाई न करने पर टीचर ने थप्पड़ मारा तो बात थाने तक पहुंच गई। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि सचमुच टीचर ने ही थप्पड़ मारा है। बच्ची का बाकायदा हास्पीटल में मुलाहिजा हुआ और एफआईआर भी दर्ज कर ली गई है। मामला दुर्ग जिला अंतर्गत भिलाई के स्मृति नगर क्षेत्र का है।
एक जमाना ऐसा भी था जब क्लास में शिक्षक पढ़ाई न करने पर, होमवर्क नहीं करके आने पर, क्लास रूम में शरारत करने वाले बच्चों को कभी बेंच पर खड़ा कर देते तो कभी दो-चार थप्पड़ लगा हाथ ऊपर करवा देते थे। इतना ही नहीं हथेली पर अक्सर लकड़ी की स्केल से या बेंत से एक-दो सपाटे लग ही जाया करते थे। कई टीचर तो डिसीप्लीन और स्टडी पर इतने गंभीर हुआ करते थे कि उनकी क्लास के पहले ही क्लास मानिटर रूल या बेंत की व्यवस्था कर टेबल पर रखता था।
मगर अब ये सब बातें या तो बड़े लोगों के जेहन में यादों के रूप में विद्यमान हैं या फिर क्लासमेट या फ्रेंड्स से मेल मुलाकात पर इन वाकियों को सभी लोग अक्सर दोहरा लिया करते हैं मगर अब वो क्लासेस के नजारे वर्षों पहले गुम हो चुके हैं। अब तक क्लासरूम में जरा जोर से टीचर बच्चों को डांट लगा दें तो अगले दिन उनको पैरेंट्स के गुस्से का सामना करना लाजिमी है। और अगर बच्चे पर हाथ उठाया तो टीचर को जेल भी जाना पड़ सकता है।
जी हां, एक बच्ची को थप्पड़ मारने की खबर भिलाई से है जहां एक निजी स्कूल की टीचर पर नर्सरी की 4 वर्ष की बच्ची को थप्पड़ मारने का न केवल आरोप लगा बल्कि पैरेंट्स ने एफआईआर दर्ज करवाते हुए पुलिस से टीचर के खिलाफ कार्रवाई करने और स्कूल मैनेजमेंट से एडमिशन सहित जमा फीस लौटाने की मांग की है।

आपको बता दें कि दुर्ग पुलिस ने किशोर न्याय अधि. 2015 की धारा 75 और बीएनएस 115(2) के तहत शिक्षिका के खिलाफ मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है। पैरेंट्स की शिकायत पर पहले पुलिस ने प्रारंभिक जाच की और पाया कि शांति जुनियर स्कूल की शिक्षिका के द्वारा बच्ची को पढाई नही करने की बात को लेकर थप्पड़ मारा गया है।
दुर्ग पुलिस ने पीड़ित बच्ची को मुलाहिजा के लिए सुपेला अस्पताल भेजा।
पैरेंट्स ने बताया कि बच्ची सुबह 9:30 बजे से 12:30 बजे तक शांति जुनियर स्कूल स्मृति नगर में पढ़ने जाती है। वहां मैम के द्वारा थप्पड़ मार देने से बच्ची के बायें गाल में निशान है। पैरेंट्स का आरोप है कि पूर्व भी टीचर ने बेटी पर हाथ उठाया है लेकिन हमने कोई कार्यवाही नही की इसलिए आरोपी शिक्षिका आरती के विरूद्व कड़ी कार्यवाही करते हुए स्कूल में दाखिले की रकम को वापस करवाने हेतु पुलिस कार्यावाही करे।