सीजी भास्कर, 26 जून : छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के डौण्डी विकासखंड स्थित शासकीय प्राथमिक शाला चिपरा में गंभीर अनुशासनहीनता का मामला सामने आया है। यहां के प्रधानपाठक सरजूराम ठाकुर को स्कूल कक्ष में शराब पीते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया, जिसके बाद शिक्षा विभाग ने तत्काल प्रभाव से निलंबन (Teacher Suspension) की कार्रवाई की है। यह आदेश जिला शिक्षा अधिकारी पी.सी. मरकले द्वारा जारी किया गया।
मामला 24 जून का है जब विकासखंड शिक्षा अधिकारी डौण्डी को प्रधानपाठक के शराब सेवन की सूचना मिली। निरीक्षण के दौरान सरजूराम ठाकुर को विद्यालय कक्ष में शराब पीते हुए पाया गया। यह कृत्य न केवल शिक्षक जैसे गरिमामय पद की मर्यादा के खिलाफ था, बल्कि पूरे शिक्षा विभाग की छवि को धूमिल करने वाला भी है।
प्राथमिक जांच के बाद विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की, जिस पर जिला शिक्षा अधिकारी ने गंभीर रुख अपनाते हुए उन्हें छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के नियम 3 के उपनियम (1), (2), (3) का उल्लंघन मानते हुए छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के नियम 9(1)(क) के अंतर्गत तत्काल प्रभाव से निलंबित (Teacher Suspension) कर दिया।
निलंबन (Teacher Suspension) की अवधि में उनका मुख्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी, डौण्डी, जिला बालोद रहेगा। उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता प्रदान किया जाएगा, लेकिन उन्हें कार्यालय की पूर्व अनुमति के बिना मुख्यालय छोड़ने की अनुमति नहीं होगी। शिक्षा विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि इस प्रकार की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शिक्षक समाज का आदर्श होता है और विद्यालय एक पवित्र शिक्षालय है, जिसमें इस तरह का आचरण कदापि स्वीकार्य नहीं है।