सीजी भास्कर, 25 जनवरी। 12वीं के एक छात्र की खुदकुशी ने स्कूल प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं क्योंकि स्टूडेंट ने खुदकुशी के पीछे एक टीचर को जिम्मेदार ठहराया है। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में घटित इस घटना के लिए पुलिस बारिकी से जांच में जुटी हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार कोलारस के लोधी मोहल्ले में रहने वाले 12वीं कक्षा के छात्र 17 वर्षीय बंटी पुत्र नंदकिशोर धाकड़ बीते रोज खुदकुशी के लिए ट्रेन के आगे लेट गया था। ट्रेन की टपेट में आने से उसके सिर में गहरी चोट आई थी, जिसके बाद पहले उसे जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां से उसे ग्वालियर रेफर किया गया।
मामले की छानबीन में जुटी पुलिस छात्र को मोबाइल से एक वीडियो मिला, जो आत्महत्या की नीयत से ट्रेन के सामने आने से ठीक पहले का था। बताया जा रहा है कि छात्र अपने शिक्षक विनोद सिकरवार द्वारा प्रताड़ित करने का आरोप लगा रहा था। साथ ही सरकार से भी गुहार लगा रहा है कि ‘वो शिक्षा के सिस्टम को सुधारे वरना उस जैसे न जाने कितने बच्चे बिना कारण मारे जाएंगे।’
पीएम के बाद परिजन को सौंपा शव
इलाज के दौरान हुई छात्र की मौत के बाद जीआरपी पुलिस ने मामला कोलारस पुलिस को सौंप शव का पोस्टमार्टम करा लिया है। शव छात्र के परिजन के सुपुर्द कर दिया गया है। अब इस मामले की जांच शुरु कर दी गई है।
आपको बता दें कि टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक छात्र ने अपने फोन में खुदकुशी से पहले एक वीडियो शूट किया था जिसमें वह अपने टीचर पर आरोप लगा रहा है कि वह उसे प्रताड़ित कर रहे थे और शराब पीने का दबाव बना रहे थे। इस वीडियो में छात्र ने सरकार और पुलिस से अपील की है कि वे शिक्षा व्यवस्था में सुधार करें क्योंकि उसकी तरह और भी बच्चे मौत की ओर जा सकते हैं। विडियो बनाने के बाद छात्र कोलारास में ट्रेन के आगे ट्रैक पर खड़ा हो गया था। लोको इंजीनियर ने इमर्जेंसी ब्रेक लगाया लेकिन लड़के की जान नहीं बचाई जा सकी। छात्र को गंभीर हालत में ग्वालियर के अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन उसकी वहां मौत हो गई। जांच पड़ताल के दौरान पुलिस को बच्चे का रिकॉर्ड किया गया वीडियो मिला है जिसमें वह अपने स्कूल के एक टीचर पर आरोप लगा रहा है कि वह छात्रों के बीच शराब को बढ़ावा दे रहे थे और उन पर कम से कम एक बार बीयर पीने का दबाव डाल रहे थे। उसने यह भी आरोप लगाया कि टीचर अपने घर पर बच्चों को ट्यूशन लेने का दबाव डालते थे और धमकाते थे कि अगर वे नहीं माने तो परीक्षा में अच्छे ग्रेड नहीं देंगे। मामले की जांच कोलारास पुलिस और जीआरपी कर रही है। जीआरपी ऑफिसर ने अस्पताल में बंटी का बयान दर्ज करने की कोशिश की लेकिन गंभीर हालत होने के कारण वह कुछ बोल नहीं पाया। अब वीडियो के आधार पर जांच चल रही है।