रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के तेलीबांधा तालाब परिसर में फैली अनियमितताओं और अव्यवस्थाओं को लेकर महापौर मीनल चौबे सख्त हो गई हैं। उन्होंने मैथिलीशरण गुप्त उद्यान सहित तालाब क्षेत्र का औचक निरीक्षण किया और मौके पर मौजूद कंपनी स्टाफ को फटकार लगाते हुए साफ कहा कि सार्वजनिक स्थलों पर कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
निरीक्षण में सामने आईं प्रमुख अनियमितताएं
- सार्वजनिक शौचालय बंद: जल विहार कॉलोनी की ओर बना सुलभ शौचालय बंद मिला, जिससे आमजन को असुविधा हो रही थी।
- उद्यान में झूलों की भरमार: मैथिलीशरण गुप्त उद्यान में अत्यधिक संख्या में झूले लगाए गए हैं, जिससे उपयोग योग्य क्षेत्रफल घट गया है।
- बोलार्ड लगाने के निर्देश: नेत्र चिकित्सालय के पास पार्किंग से एंट्री बिंदु पर सुरक्षा के लिए बोलार्ड्स लगाने के निर्देश दिए गए ताकि भारी वाहन प्रवेश न कर सकें।
- अव्यवस्थित कियोस्क: परिसर में बनाए गए छोटे कियोस्क बेतरतीबी से स्थापित पाए गए।
- तेज रफ्तार वाहनों की आवाजाही: पाथवे पर अनधिकृत तेज रफ्तार गाड़ियों की आवाजाही से हादसे की आशंका जताई गई।
महापौर के कड़े निर्देश
महापौर मीनल चौबे ने मौके पर स्पष्ट आदेश दिए:
- 24 घंटे में झूले हटाएं: यदि तय समय में झूले नहीं हटे तो कंपनी का अनुबंध रद्द किया जाएगा।
- शौचालय तत्काल चालू करें: बंद सुलभ शौचालय को आमजन के लिए तुरंत खोलने के निर्देश।
- अनियमितताओं को सुधारें: सभी अस्थायी कियोस्क और अव्यवस्थाएं जल्द ठीक की जाएं।
- नियमित निरीक्षण हो: अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि परिसर की नियमित निगरानी की जाए ताकि भविष्य में कोई लापरवाही न हो।
“यह जनता की धरोहर है” — मीनल चौबे
महापौर ने कहा, “यह उद्यान और परिसर जनता की धरोहर है और इसे वापस उसी रूप में जनता को सौंपा जाएगा। जनता को खुली, सुरक्षित और व्यवस्थित जगह देना हमारी प्राथमिकता है।”