सीजी भास्कर, 21 अप्रैल : छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के बागबाहरा वन परिक्षेत्र में एक नर तेंदुआ और एक नर गौर का एक साथ करंट लगाकर शिकार (TERROR OF HUNTERS IN MAHASAMUND) करने का मामला सामने आया है। बागबाहरा वन परिक्षेत्र के खल्लारी सर्किल के कक्ष क्रमांक 182 में सोमवार सुबह दोनों वन्य प्राणियों की मौत हुई है।
खल्लारी माता पहाड़ी के नीचे जंगल में अज्ञात शिकारियों ने हाई टेंशन बिजली पोल से लगभग 400 मीटर लंबा बिजली का तार बिछाकर शिकार को अंजाम दिया है। दोनों वन्य प्राणियों की मौत के बाद शिकारियों ने बिजली के तार सहित शिकार के अन्य औजार घटना स्थल से हटा लिए थे। मृत नर तेंदुए की आयु पांच से छह वर्ष, लंबाई छह फीट तीन इंच और ऊंचाई 70 सेंटीमीटर है।
करंट (TERROR OF HUNTERS IN MAHASAMUND)से तेंदुए और गौर की मौत के निशान दिखाई दे रहे हैं। शव से लगभग 50 मीटर दूर वन्य प्राणी गौर की भी करंट लगने से मौत हुई है। तेंदुआ और गौर की एक ही समय में करंट से मौत हुई है। गौर के पेट के निचले हिस्से में करंट लगने का निशान दिखाई दे रहा है।
आशंका व्यक्त की जा रही है कि तेंदुआ सुबह गौर का शिकार करने के लिए प्रयास कर रहा था, तभी तेंदुआ और गौर शिकारियों द्वारा बिछाए गए बिजली के तार की चपेट में आ गए और करंट लगने से दोनों वन्य प्राणियों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। गौर की आयु लगभग सात वर्ष वन विभाग द्वारा आंकी गई है।
मृत वन्य प्राणी गौर की लंबाई नौ फीट छह इंच एवं ऊंचाई पांच फीट तीन इंच है। वन विभाग के द्वारा मुनारा सर्वे किए जाने के चलते जब वन कर्मी जंगल (TERROR OF HUNTERS IN MAHASAMUND) में पहुंचे तब घटना की जानकारी सामने आई।
घटना स्थल पर पहुंचे वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि अज्ञात शिकारियों द्वारा शिकार के लिए बिजली के तार बिछाने पर तेंदुआ और गौर की करंट लगने से मौत हुई है। दोनों मृत वन्य प्राणियों का पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा।