22 मई 2025 :
Mathura News: सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद वृंदावन स्थित बांके बिहारी मंदिर पर कॉरिडोर बनना लगभग तय माना जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट ने बांके बिहारी कॉरिडोर को हरी झंड़ी दे दी है और 500 करोड़ रुपये से भूमि अधिग्रहण करने की बात कही है और यह भी कहा है कि इस भूमि का स्वामित्व ठाकुर जी के नाम ही रहेगा. इसे लेकर मंदिर के गोस्वामियों आसपास स्थित दुकानदारों और वहां रहने वाले लोगों और मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं से इस बारे में बात की गई.
मंदिर के सेवायत अनंत बिहारी गोस्वामी से बात की तो उन्होंने बताया कि यहां पर पब्लिक बहुत आती है उसके अनुरूप यहां पर व्यवस्थाएं की जाए उसके अनुरूप भीड़ अरेंजमेंट का प्रशासन द्वारा एक कोर्स कराया जाए. यहां पर बहुत आदमी आते हैं यहां पर टिकट सिस्टम जैसी व्यवस्थाएं बने जिससे कि लोग सुगम तरीके से यहां पर दर्शन कर सकें. कॉरिडोर बनने के बाद भी इस तरह की जरूरत तो पड़ती है और इस तरह की व्यवस्थाएं चलती रहती हैं.
उन्होंने कहा कि वृंदावन में 7 देवालय हैं क्या हर जगह कॉरिडोर बना दिया जाएगा. मंदिर की व्यवस्था अच्छे तरीके से चलती रहे जिन लोगों की आजीविका चल रही है उनको चलने दिया जाए. पीएम मोदी कहते हैं सबका साथ सबका विकास लेकिन यहां पर या विकास के नाम पर विनाश होगा तो क्या फायदा कॉरिडोर बनने पर यहीं के दुकानदारों को दुकान दी जाएगी, जिन पर दुकानों का स्वामित्व है उन्हें दुकान दी जाएंगी, जिससे कि सबकी जीविका चलती रहे.
मंदिर सेवायत गोस्वामी आशीष गोस्वामी ने बताया कि मंदिर की व्यवस्थाओं को लेकर कॉरिडोर की आवश्यकता जरूरी है. क्योंकि कोरोना के बाद के दर्शनार्थियों का जो विस्फोट हुआ है उसको देखते हुए वृंदावन स्थित मंदिर की जगह और वृंदावन की गलियां छोटी पड़ रही हैं, लोग बेहोश हो रहे हैं. कभी किसी की कैजुअल्टी हो रही है उसको देखते हुए मैं मानता हूं कि कॉरिडोर की अत्यंत आवश्यकता है. लेकिन जो वृंदावन का मूल स्वरूप है जो वृंदावन की कुंज गलियां हैं.
उन्होंने कहा ठाकुर जी कुंज गली में होकर राधा रानी जी से मिलने आते थे इसलिए कुछ ऐसी व्यवस्था की जाए चाहे तो वॉलिंटियर्स लगाया जाए चाहे गलियों का चौड़ीकरण किया जाए लेकिन वृंदावन के प्राचीन स्वरूप को ना बिगड़ जाए. कॉरिडोर के सुंदर बनाने के साथ-साथ शासन प्रशासन और मंदिर प्रशासन तीनों की पहल करनी चाहिए कि भक्तों को परेशानी ना हो.