सीजी भास्कर, 26 नवंबर। सोशल मीडिया की बदौलत एक बेटी को 14 साल बाद अपने खोए हुए पिता को मिलने का मामला सामने आया है। आपको बता दें 14 साल पहले मध्य प्रदेश के एक गांव से मानसिक संतुलन ठीक न होने के कारण उनके बड़ा भाई ने उन्हें एक आश्रम में छोड़ गया था लेकिन बुजुर्ग के परिवार वालों को इसके बारे में कुछ भी पता नहीं था और यह बुजुर्ग किसी तरह मध्य प्रदेश के उस आश्रम से निकल गया। जिसके बाद वह पंजाब के फिरोजपुर पहुंचा, वह अपने बारे मे कुछ भी बताने मे असमर्थ था। फिरोजपुर में एक NGO इस बुजुर्ग से मिला और मोगा में जसबीर सिंह से सम्पर्क किया। जसबीर सिंह मोगा में ‘एक आस’ नाम से आश्रम चलाते हैं, इस आश्रम मे दिमागी संतुलन और भटके हुए बेसहारा बुजुर्गों की देखभाल और सेवा सहित रहने खाने की पूरी जिम्मेदारी निभाई जाती है।
आपको बता दें कि जसबीर सिंह पंजाब पुलिस मे हवलदार के पद पर कार्यरत हैं मगर अपनी ड्यूटी के साथ-साथ वो समाज सेवा भी करते रहे हैं।
वही जसवीर सिंह बावा ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि ओम प्रकाश 2021 मे जब उन्हें मिले तो उनकी हालत बहुत ही खराब थी और उनका दिमागी सन्तुलन भी ठीक नहीं था। इनको आश्रम मे लाया गया, इनकी देख भाल और इलाज शुरू किया गया और इनके परिवार तक पहुंचने के लिए वीडियो बना सोशल मीडिया पर वायरल किया गया। जिसके बाद ओम प्रकाश के परिवारिक सदस्यों ने हमसे संपर्क किया। वहीं ओम प्रकाश की बेटी रश्मि ठाकुर ने आश्रम के संचालक जसबीर सिंह का शुक्रिया अदा करते हुए बताया कि हम 14 साल से पिताजी की तलाश कर रहे थे। जिनको पिता के भाई किसी आश्रम मे छोड़ आए थे और आश्रम का नाम नहीं बताया और उनकी मृत्यु हो गई। हमने ने बहुत तलाश की पिता जी हमें नहीं मिले। जिसके बाद सोशल मीडिया पर वीडियो देखा फिर आश्रम के साथ संपर्क किया और मध्य प्रदेश के गांव खेमा, उज्जैन से मोगा पंजाब पिताजी को लेने पहुंचे हैं। पिता का साया सर पर होना बहुत जरूरी है इतना कहते हुए बेटी भावुक हो गई। बुजुर्ग ओम प्रकाश की बेटी के परिवार के साथ गांव से मध्यप्रदेश के लिए रवाना हो गए हैं।