सीजी भास्कर, 21 जून |
नेपाल बार्डर से लगे उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जमतड़ी में सशस्त्र सीमा बल की 55वीं बटालियन की ए कंपनी में तैनात बिलासपुर के जवान शिवपाल सिंह 50 मीटर गहरी खाई में गिर गए, जिससे वो शहीद हो गए।
जवान का पार्थिव देह 20 जून की शान गृहग्राम बेलगहना के बिल्लीबन पहुंचा, जहां नारेबाजी कर अमर जवान के शव को घर तक पहुंचाया। 21 जून की सुबह उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
बताया जा रहा है, 19 जून की रात शिवपाल सिंह बात करते हुए बैरक से बाहर निकला था। मोबाइल पर बात करने के लिए सिग्नल ढूंढ़ रहा था। इसी दौरान वे खाई में गिर गए। वहीं, शिवपाल की शादी के लिए परिजन लड़की ढूंढ रहे थे, वे जल्द ही अपने घर भी आने वाले थे, लेकिन उससे पहले उनका शव पहुंचा।
गहरी खाई में बर्फ पर दबा मिला शव
शिवपाल सिंह (30 साल) कोटा क्षेत्र के बिल्लीबन के रहने वाले है। वह एसएसबी की जमतड़ी चौकी में तैनात थे। दरअसल, नेपाल सीमा से लगे जमतड़ी में दूरसंचार के लिए जीओ कंपनी का मोबाइल टॉवर है। टॉवर दूर होने के कारण सिग्नल ठीक से नहीं पहुंचता।
19 जून की सुबह रोल कॉल के दौरान जब वह उपस्थित नहीं हुए तो उनकी खोजबीन की गई। इस दौरान उनका शव कंपनी के पीछे लगभग 50 मीटर नीचे गहरी खाई में बर्फ पर दबा हुआ मिला। जिसके बाद उनके शव का पंचनामा व पोस्टमार्टम के बाद कैंप में लाया गया। फिर जवानों ने सलामी देकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
शहादत की खबर सुनकर गांव में पसरा मातम
शिवपाल सिंह के शहादत की खबर घटना वाली शाम ही परिजन को मिली। जिसके बाद यह जानकारी पूरे गांव के लोगों को हुई। इस घटना के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। वहीं, गांव में भी मातम पसरा है। उनके रिश्तेदारों के साथ बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी जवान के अंतिम दर्शन के लिए उनके घर पहुंचने लगे हैं।
छुट्टी पर आने से पहले आई शहादत की खबर
परिजन शिवपाल की शादी के लिए लड़की ढूंढ़ रहे थे। इस साल उसकी शादी की पूरी तैयारी थी। शिवपाल भी परिजन के पसंद की गई लड़की को देखने के लिए एक महीने की छुट्टी पर आने वाला था। कुछ दिनों पहले ही परिजन से उसकी बात हुई थी। वह छुट्टी पर अपने घर आ पाता कि इससे पहले ही हादसे में वह शहीद हो गया। इस घटना से परिजन सदमे में है।