बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश | इंसाफ सिर्फ कोर्ट में नहीं होता, कभी-कभी इंसान भी जब ज़मीर से फैसला करता है तो वो मिसाल बन जाता है। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में एक बुजुर्ग पिता ने चोरी कर रहे अपने बेटे को खुद रंगे हाथों पकड़ा और पुलिस के हवाले कर दिया। यही नहीं, उसने पुलिस से कहा कि बेटे को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।
यह मामला शाहपुर कला गांव का है, जहां 25 वर्षीय दीपचंद नाम का युवक जंगल में ई-रिक्शा के पुर्जे काटकर चोरी का सामान बेचने की तैयारी में था। तभी उसके पिता महिलाल को खबर मिली, और उन्होंने बेटे को मौके पर जाकर पकड़ लिया।
कैसे पिता ने बेटे को पकड़ा?
शनिवार दोपहर बुजुर्ग महिलाल को गांव के किसी शख्स ने बताया कि उनका बेटा दीपचंद जंगल में चोरी के ई-रिक्शा को काट रहा है। बिना देर किए, महिलाल अपने परिवार के अन्य सदस्यों को लेकर मौके पर पहुंचे। उन्होंने दीपचंद को रंगे हाथों पकड़ लिया। भागने की कोशिश कर रहे बेटे को भी उन्होंने नहीं छोड़ा।
इसके बाद महिलाल ने बेटे को खुद कोतवाली पहुंचाया और चोरी किए गए ई-रिक्शा के कटे पुर्जे भी साथ ले गए। पुलिस से कहा, “जो गलत करेगा, उसे सजा मिलनी ही चाहिए – चाहे वो मेरा बेटा ही क्यों न हो।”
पुलिस ने क्या कार्रवाई की?
कोतवाली में पूछताछ के दौरान आरोपी दीपचंद ने कबूल किया कि उसने आनंद विहार से ई-रिक्शा चोरी किया था।
पुलिस ने IPC की धारा के तहत मामला दर्ज कर दीपचंद को गिरफ्तार कर लिया। रविवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, दीपचंद नशे का आदी है और पहले भी उस पर तीन आपराधिक केस दर्ज हैं। दिल्ली के कुछ थानों से भी उसका क्राइम रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है।
गांव में हो रही है पिता की सराहना
बुजुर्ग महिलाल के इस साहसी फैसले की पूरे गांव में तारीफ हो रही है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर हर मां-बाप ऐसे ईमानदार फैसले लें, तो समाज से अपराध खुद ब खुद खत्म हो जाएगा।
सोशल एंगल और सवाल
- क्या अब समाज के अन्य अभिभावक भी ऐसा साहस दिखाएंगे?
- क्या पुलिस ऐसे मामलों में बुजुर्गों की गवाही को विशेष दर्जा देगी?
- नशे के बढ़ते मामलों पर सरकार की क्या योजना है?