सीजी भास्कर, 27 नवंबर। दुल्हन ने प्राइवेट जॉब वाले दूल्हे के साथ सात फेरे लेने से इंकार कर दिया। नौबत यहाँ तक आ गई कि युवक को सैलरी स्लिप में लाखों रुपये की नौकरी होने की बात का सबूत भी देना पड़ा लेकिन लड़की नहीं मानी। वरमाला हो जाने के बाद भी बारात खाली हाथ बैरंग ही लौट गई।
जी हां, इस समय शादियों का सीजन चल रहा है, तमाम लोग अपने जीवनसाथी के साथ सपनों की डोर को आगे बढ़ाने में लग गए हैं लेकिन खुशियों के उत्सव के बीच हैरान करने वाली भी एक ऐसी भी खबर सामने आई है जिसमें एक दुल्हन ने प्राइवेट जॉब वाले इंजीनियर दूल्हे के साथ सात फेरे लेने से मना कर दिया। नौबत यहाँ तक आ गई कि युवक को सैलरी स्लिप में लाखों रुपये की नौकरी होने की बात का सबूत भी देना पड़ा लेकिन लड़की नहीं मानी।
यह पूरा मामला उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले का है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एक बारात यहां बिना दुल्हन को लिए ही लौट गई। धूमधाम से बारात आई। घुड़चढ़ी से लेकर द्वार पूजा और फिर स्टेज पर जयमाला के कार्यक्रम तक सब खुशी-मंगल से हो रहा था लेकिन उसके बाद आपसी चर्चा में दूल्हे के प्राइवेट इंजिनियर की नौकरी में होने की बात सामने आने पर दुल्हन ने बखेड़ा खड़ा कर दिया। दोनों पक्ष के समझदार लोग उसे मनाते रह गए लेकिन लड़की का दिल नहीं ही पिघला और सात फेरे लेने से साफ इंकार कर दिया।
आपको बता दें कि दुल्हे के पिता एक सरकारी क्लर्क हैं। रिश्ता तय करते समय यह बात बताई गई कि युवक सरकारी नौकरी में है लेकिन शादी की रस्म से पहले बात बात में लड़के के निजी सेक्टर में सिविल इंजीनियर की नौकरी करने की बात सामने आई। इस पर दुल्हन ने शादी तोड़ने की बात कह दी, जिस पर लोग अवाक रह गए।
बताया जा रहा है कि नौबत यहां तक आ गई कि दूल्हे ने उसी समय अपने फोन पर परिचित से सैलरी स्लिप मंगवाई। उसने दुल्हन और वधू पक्ष को सवा लाख रुपये महीने की नौकरी की बात का सबूत भी दिखाया लेकिन बात नहीं बन सकी। दुल्हन की जिद की वजह से बारात बैरंग ही लौट गई। दोनों ही परिवार को समाज के लोगों ने सभी खर्चे को आपस में ही सहमति से बांट लेने का समझौता कराया है।