कोरबा (छत्तीसगढ़) – जिले के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में बुधवार को उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक महिला पंचायत सचिव की अधजली लाश उसके घर के अंदर से बरामद हुई। घटना जिला जेल के पीछे गोकुलनगर इलाके की है, जहां मृतका अपने पति के साथ रह रही थी। पुलिस ने मामला संदिग्ध मानते हुए जांच शुरू कर दी है।
बंद कमरे में मिली अधजली लाश
मृतका की पहचान सुषमा खुसरों के रूप में हुई है, जो पोड़ो-उपरोड़ा ब्लॉक में पंचायत सचिव के पद पर कार्यरत थीं। घटना की जानकारी सबसे पहले उनके पति अनिमेष कुमार ने पुलिस को दी, जो स्वयं भी पंचायत सचिव हैं। उनका कहना है कि वह घर पर नहीं थे, और जब लौटे तो दरवाजा अंदर से बंद था। दरवाजा तोड़ने पर पत्नी की अधजली लाश मिली।
गुपचुप की थी दूसरी जाति में शादी
पुलिस जांच में सामने आया है कि सुषमा और अनिमेष ने डेढ़ साल पहले प्रेम विवाह किया था, जिसकी जानकारी उन्होंने अपने स्वजनों से छिपाई थी। सुषमा का मायका ग्राम तेलसरा (पाली) में है। बेटी की मौत की खबर मिलने पर जब माता सोनकुंवर कोरबा पहुंचीं, तो उन्हें शादी की बात का पहली बार पता चला।
आत्महत्या या हत्या? बढ़ते सवाल
घटना की परिस्थितियां पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हैं। सुषमा की मां का आरोप है कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या है। उनका कहना है कि उनकी बेटी मानसिक रूप से बेहद मजबूत थी और खुद को आग लगाने जैसा कदम नहीं उठा सकती। उन्होंने आरोप लगाया कि बेटी को मारकर उसकी लाश को जलाने की कोशिश की गई है।
समाज के डर से शव लेने से इनकार
पोस्टमार्टम के बाद जब शव सुषमा की मां को सौंपने की प्रक्रिया हुई, तो उन्होंने समाज के डर से शव लेने से इनकार कर दिया। वजह यह बताई गई कि बेटी ने दूसरी जाति में शादी की थी, जिससे समाज का दबाव बढ़ गया था। इस स्थिति में पुलिस ने शव मृतका के पति अनिमेष कुमार को सौंप दिया।
पुलिस जांच जारी, PM रिपोर्ट से खुलेगा राज
पुलिस ने धारा 174 के तहत मर्ग कायम करते हुए आगे की जांच शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि यह आत्महत्या थी या सुनियोजित हत्या। पुलिस स्वजनों और परिचितों से पूछताछ कर रही है।