सीजी भास्कर, 04 जनवरी। कल पुलिस शाम शहर के एक थाने के बाहर अचानक ढोल नगाड़ों की तेज आवाज सुन मौजूद पुलिस कर्मी चौकन्ना हो गए, तभी एक महिला हाथ में फूलों की माला ले आगे बढ़ी और सीधे टीआई कक्ष में अंदर चली गई। टीआई भी महिला को देख हाथ जोड़ खड़े हो गए। यह पूरा मामला मध्य प्रदेश के इंदौर अंतर्गत खजराना थाने का है। अपनी चोरी हुई बाइक मिलने की खुशी में एक महिला ढोल-नगाड़ों के साथ थाने पहुंची। महिला के हाथ में मिठाई और पुष्पमाला थी और उसकी खुशी का ठिकाना नहीं था। इस घटना ने न केवल पुलिस के प्रयासों की सराहना की, बल्कि यह भी दिखाया कि जनता के दिलों में पुलिस के लिए आदर कैसे बढ़ता है।

आपको बता दें कि अक्टूबर 2024 को इंदौर के राजीव नगर बड़ला निवासी परवीन के बेटे की सीडी डीलक्स टू-व्हीलर बाइक चोरी हो गई। परवीन ने तुरंत खजराना थाने में एफआईआर दर्ज कराई और लगातार थाना प्रभारी मनोज सिंह सेंधव से बाइक की बरामदगी के लिए गुहार लगाती रहीं। थाना प्रभारी और उनकी टीम ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तेजी से जांच शुरू की। पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य और मुखबिर की सूचना के आधार पर सिहोर की एक वाहन चोर गैंग को पकड़ने में सफलता हासिल की। इस गैंग के पास से चोरी की गई बाइक भी बरामद की गई। चोरी हुई बाइक वापस मिलने की सूचना मिलते ही परवीन की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने तय किया कि वह पुलिस की मेहनत और उनके काम के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए कुछ खास करेंगी। नतीजतन कल शाम परवीन ढोल-नगाड़ों के साथ खजराना थाने पहुंचीं, उनके साथ मिठाई और पुष्पमाला भी थी। थाने में अचानक ढोल-नगाड़ों की आवाज सुनकर पूरा स्टाफ सतर्क हो गया। परवीन ने टीआई मनोज सिंह सेंधव को पुष्पमाला पहना कर और मिठाई खिलाकर उनकी टीम को धन्यवाद दिया।

परवीन ने कहा कि मैं एक गरीब और बेसहारा महिला हूं, मेरे बेटे के लिए यह गाड़ी बहुत महत्वपूर्ण थी। इसे खरीदने के लिए मैंने पाई-पाई जोड़ी थी। खजराना पुलिस ने मेरी गाड़ी वापस दिलाकर मेरा सपना पूरा किया है। मैं तहेदिल से थाना प्रभारी और उनकी पूरी टीम का धन्यवाद करती हूं।

थाना प्रभारी मनोज सिंह सेंधव ने कहा कि हमारा काम लोगों की मदद और सुरक्षा करना है लेकिन जब जनता इस तरह से हमें सम्मान देती है तो यह हमारे लिए गर्व का पल होता है। यह न केवल हमारी मेहनत का प्रमाण है बल्कि टीम को और बेहतर काम करने की प्रेरणा भी देता है। इस तरह का नजारा पुलिस और जनता के बीच विश्वास और सहयोग को और मजबूत करता है।

गौरतलब हो कि परवीन की इस पहल ने न केवल पुलिस के काम की सराहना की बल्कि समाज में यह संदेश भी दिया कि पुलिस के प्रति आदर और विश्वास बनाए रखना जरूरी है। इस घटना ने यह साबित किया कि जब पुलिस और जनता मिलकर काम करती हैं, तो किसी भी समस्या का समाधान संभव है।
