सीजी भास्कर , 10 जून। छत्तीसगढ़ के धमतरी में गंगरेल बांध के पास एक युवक के कपड़े-चप्पल मिले। माना गया कि युवक डूब गया है। सूचना पर पुलिस और गोताखोरों की टीम पानी में उसको तलाशती रही, लेकिन फिर 12 दिन बाद पता चला कि युवक दिल्ली में छुपकर बैठा है।
युवक ने अपने मौत की झूठी कहानी बनाई और गंगरेल बांध से फरार हो गया। अब पुलिस युवक को दिल्ली से धमतरी लाई है और उससे पूछताछ कर रही है।
शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि वो कर्ज के बोझ के तले दबा है। इसलिए उसने बांध में डूबने और मौत का ये सारा नाटक रचा। दरअसल, 24 मई को छत्तीसगढ़ के कवर्धा का रहने वाला हेमंत चंद्रवंशी नाम का युवक अपने साथियों के साथ धमतरी पहुंचा। यहां गंगरेल बांध के किनारे रिसोर्ट में रात गुजारी। अगले दिन 25 मई को सुबह हेमंत चंद्रवंशी और उसके साथी नहाने के लिए गंगरेल बांध के किनारे पहुंचे।
हेमंत के साथियों ने दी पुलिस को सूचना
हेमंत ने अपने साथियों को कुछ सामान लेने के लिए पास की दुकान में भेजा। उसके साथी समान लेकर वापस लेकर लौटे तो देखा कि हेमंत वहांं नहीं था। साथियों को बस हेमंत के कपड़े और चप्पल मिले। आसपास देखने पर भी उसका कोई सुराग नहीं मिला।
थक हार कर हेमंत के साथियों ने इसकी सूचना रुद्री पुलिस दी। रुद्री पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लापता हेमंत को खोजने का काम शुरू किया। शुरुआत में हेमंत के बांध में डूबने की आशंका के चलते गोताखोरों के माध्यम से पानी में छानबीन की गई।
नंबर ट्रैक किया फिर मिली लोकेशन
पुलिस और गोताखोरों की टीम पानी में हेमंत को तलाशती रही, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद पुलिस को शक हुआ कि हेमंत कहीं डूबने का बहाना करके भाग तो नहीं गया। फिर पुलिस ने उसके परिवार वालों से पूछताछ शुरू की। तब पता चला कि उसका एक और नंबर है।
पुलिस ने हेमंत के दूसरे नंबर को ट्रैक किया, जिसकी लोकेशन दिल्ली पता चली। पुलिस 12 दिन बाद लोकेशन को ट्रैक करते हुए दिल्ली पहुंच गई। फिर वहां उसे खोज निकाला और वापस धमतरी ले आई।
मामले में एएसपी में क्या बताया
मामले में एएसपी मणिशंकर चन्द्रा ने बताया कि कवर्धा का रहने वाला हेमंत चंद्रवंशी गंगरेल बांध गया हुआ था। पूछताछ में पता चला है कि वो भारी कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है। इससे वो काफी परेशान था।
इसी कारण उसने अपनी मौत का नाटक रचा। फिर गंगरैल बांध के किनारे अपना समान रखकर जंगल के रास्ते फरार हो गया। इस तरह का कृत्य गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है और उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।