सीजी भास्कर, 30 नवंबर। छत्तीसगढ़ में राजनीतिक नियुक्तियों की राह देख रहे दावेदारों को अभी और इंतजार करना पड़ सकता है। राज्य में बीजेपी की सरकार बने 1 साल का वक्त होने जा रहा है लेकिन अभी तक राजनीतिक नियुक्तियां नहीं की गई हैं। सूत्रों का कहना है कि बीजेपी संगठन ने निकाय चुनाव के बाद राजनीतिक नियुक्ति करने की बात कही है। निकाय चुनाव से पहले अगर राजनीतिक नियुक्ति होती है तो जिन नेताओं को पद नहीं मिलेगा उनकी नाराजगी की संभावना है जिसका असर निकाय चुनाव पर पड़ सकता है। ऐसे में सरकार और भाजपा संगठन राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर कोई फैसला करने के मूड में नहीं है।
सूत्रों का दावा है कि बीजेपी सरकार निकाय चुनाव के बाद ही निगम और मंडल में नियुक्तियां करेगी। पहले अटकलें लगाई जा रही थी कि रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट का रिजल्ट आने के बाद निगम और मंडल में नियुक्तियां होंगी। हालांकि विपक्ष का आरोप है कि बीजेपी में अंतर्कलह है जिस कारण से नियुक्तियों पर फैसला नहीं हो पा रहा है।
टल सकता है कैबिनेट विस्तार
जानकारी के अनुसार, छत्तीसगढ़ में संभावित कैबिनेट विस्तार को भी टाला जा सकता है। निकाय चुनाव में विधायकों की भूमिका भी रहती है। अगर सरकार निकाय चुनाव के पहले कैबिनेट विस्तार करती है तो ऐसे में जो विधायक मंत्री पद की दावेदारी कर रहे हैं और उन्हें मंत्री नहीं बनाया जाता है तो निकाय चुनावों में पार्टी को झटका लग सकता है।
परफॉरमेंस के आधार पर होगा फैसला
सूत्रों के अनुसार, निगम और मंडल में नियुक्तियों नेताओं के प्रदर्शन के आधार पर हो सकती हैं। ऐसे में निकाय चुनाव में जिन नेताओं का प्रदर्शन अच्छा रहेगा उन्हें पद मिलने की संभावना है। बता दें कि बीजेपी कई बार चौंकाने वाले फैसले लेती है।