सुकुलकारी गांव में जहरीला पानी (Toxic Water Incident) पीने से दो मवेशियों की मौत
पुलिस और पशु चिकित्सा विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर किया इलाज
खेतों में उपयोग हुए कीटनाशक से पानी दूषित होने की आशंका
गोठान की बदहाल हालत पर ग्रामीणों ने जताई नाराजगी
सीजी भास्कर, 15 अक्टूबर। पचपेड़ी क्षेत्र के सुकुलकारी गांव में जहरीला पानी (Toxic Water Incident) पीने से दो गायों की मौत हो गई, वहीं आधा दर्जन से ज्यादा मवेशी गंभीर रूप से बीमार हैं। घटना की जानकारी होते ही गांव के लोगों ने पशु चिकित्सा विभाग और पुलिस को सूचना दी। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और मवेशियों का इलाज कराया। मरे हुए मवेशियों का पोस्टमार्टम भी कराया गया है।
थाना प्रभारी श्रवण टंडन ने बताया कि ग्राम सुकुलकारी में गोठान के पास कई मवेशियों के बीमार होने की सूचना मिली थी। घटना (Toxic Water Incident) की जानकारी मिलते ही पुलिस और पशु चिकित्सा विभाग की टीम तुरंत गांव पहुंची। डॉक्टरों ने बीमार मवेशियों का उपचार किया और मृत मवेशियों के शवों का पीएम कराया गया।
प्राथमिक जांच में यह आशंका जताई गई है कि खेतों में कीटनाशक उपयोग किया गया था, जिससे खेत के पास बने गड्ढों का पानी दूषित (Toxic Water Incident) हो गया। इसी जहरीले पानी को पीने से मवेशियों की मौत हुई और कुछ मवेशी गंभीर रूप से बीमार हो गए। पुलिस का कहना है कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट होगा।
गोठान की स्थिति बेहद खराब
गांव के लोगों ने बताया कि बेसहारा मवेशियों को गांव के गोठान में रखा गया है, लेकिन वहां की स्थिति काफी दयनीय है। मवेशियों को कीचड़ में रखा गया है और उनके लिए न तो चारे की व्यवस्था है, न ही स्वच्छ पानी की।
ग्रामीणों ने बताया कि मवेशियों की मौत गोठान के पास ही हुई है और उन्होंने आशंका जताई है कि उन्हें किसी ने जहर दिया हो सकता है। पशु चिकित्सा विभाग के नोडल अधिकारी बी.पी. सोनी ने घटना की पुष्टि तो की है, लेकिन उन्होंने किसी भी प्रकार की आधिकारिक जानकारी देने से इनकार किया। उन्होंने कहा कि विभागीय जांच पूरी होने के बाद ही इस मामले पर विस्तृत बयान दिया जाएगा।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि गोठान की व्यवस्था में सुधार किया जाए और इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जाए। यह घटना (Toxic Water Incident) एक बार फिर पशुधन सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है।