सीजी भास्कर, 11 सितंबर। यह घटना इतनी मार्मिक थी कि जिसने भी सुनी, उसकी आंखें भर आईं। अस्पताल में अपनी बेटी के शव से लिपटकर लगातार रो रही मां अचानक बेसुध होकर गिर पड़ी।
कुछ ही देर बाद चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। (Tragic Incident) ने पूरे इलाके को गहरे शोक में डुबो दिया।
मंगलवार को जिले के मधुसूदनपुर थाना क्षेत्र के गनोरा बादरपुर गांव की यह घटना है। जहाँ के निवासी विकास कुमार की पत्नी सुनैना देवी ने जहरीला पदार्थ खा लिया था।
उसे गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया। जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
बेटी की मौत की खबर सुनकर उसके मायके से मां, भाई और अन्य स्वजन अस्पताल पहुंचे। शव को देखकर माहौल गमगीन हो गया और स्वजन ससुराल वालों पर हत्या का आरोप लगाने लगे।
यह पूरी घटना बिहार के (Bhagalpur District) में घटी, जहां परिवारिक विवाद की वजह से यह दोहरी त्रासदी सामने आई।
सुनैना की मां अपनी बेटी के शव के पास बैठकर फफक-फफक कर रो रही थी। इसी बीच अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई और वह वहीं गिर पड़ीं।
आनन-फानन में चिकित्सकों ने उन्हें देखा लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
जांच में स्पष्ट हुआ कि उनकी मौत ब्रेन हेमरेज से हुई है। एक ही दिन में मां-बेटी दोनों की मौत ने गांव के लोगों को हिला कर रख दिया।
जानकारी के मुताबिक, विकास कुमार लंबे समय से बेरोजगार है। इसी कारण घर के खर्च को लेकर पति-पत्नी के बीच आए दिन विवाद होता रहता था। (Family Dispute) का यह सिलसिला सोमवार की शाम भी देखने को मिला।
विवाद इतना बढ़ा कि आहत होकर सुनैना ने जहरीला पदार्थ खा लिया।
जब उसे अस्पताल लाया गया, तब तक हालत गंभीर थी और मंगलवार को उसने दम तोड़ दिया।
सुनैना की मौत के बाद स्वजन सदमे में थे। मायके से पहुंचे लोग रोते-बिलखते रहे। इसी बीच मां के अचानक गिरने से अफरा-तफरी मच गई।
चिकित्सकों ने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की, मगर ब्रेन हेमरेज की वजह से उनकी भी मौत हो गई।
इस तरह एक ही परिवार से मां और बेटी दोनों ने एक साथ दम तोड़ दिया। (Hospital Tragedy) का यह नजारा देखकर हर कोई गमगीन हो गया।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों को समझा-बुझाया और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
हालांकि मायके पक्ष ने साफ कहा कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि सुनियोजित हत्या है और इसमें ससुराल वालों की संलिप्तता है।
पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जाएगी और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सच्चाई स्पष्ट होगी।
गांव में इस घटना की चर्चा हर ओर है। लोग दबी आवाज में पति-पत्नी के बीच झगड़े की घटनाओं पर चर्चा कर रहे हैं।
वहीं कुछ लोगों का मानना है कि आर्थिक तंगी और बेरोजगारी ने सुनैना को यह कदम उठाने पर मजबूर किया।
दूसरी तरफ मां की मौत को लेकर गांव के लोग मानते हैं कि सदमे और गहरे तनाव ने उनकी जान ले ली। (Emotional Shock) से उपजे इस हादसे ने दो परिवारों को पूरी तरह तबाह कर दिया है।