सीजी भास्कर, 10 सितम्बर। बिलासपुर जिले से एक बड़ा प्रशासनिक कदम सामने आया है। कलेक्टर संजय अग्रवाल ने जिले के 10 राजस्व निरीक्षकों का तबादला कर दिया है। यह कार्रवाई (Transfer Order) इसलिए की गई क्योंकि राजस्व वसूली और भूमि विवादों के समाधान में कई निरीक्षकों ने लापरवाही बरती थी। कलेक्टर ने स्पष्ट किया है कि अब जनहित के कार्यों में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जारी आदेश में कहा गया है कि सभी निरीक्षकों को तीन दिनों के भीतर अपने नए पदस्थापना (Transfer Order) स्थल पर कार्यभार ग्रहण करना होगा। यदि वे समय पर कार्यभार नहीं संभालते हैं तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर द्वारा आयोजित राजस्व विभाग की समीक्षा बैठक में यह तथ्य सामने आया कि कई निरीक्षक अपने-अपने क्षेत्रों में राजस्व वसूली करने में विफल रहे। इसके अलावा सीमांकन और नामांतरण जैसे महत्वपूर्ण मामलों को भी उन्होंने गंभीरता से नहीं लिया।
बैठक में यह भी पाया गया कि इस लापरवाही की वजह से ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। शिकायतों के बढ़ने पर कलेक्टर ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि विभाग में पारदर्शिता और (Administrative Action) कार्यकुशलता लाना अब आवश्यक है।
कलेक्टर संजय अग्रवाल ने चेतावनी दी कि भविष्य में यदि किसी भी निरीक्षक या अधिकारी(Transfer Order) की ओर से लापरवाही की शिकायत आती है तो उस पर तुरंत सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि आम जनता को समय पर राजस्व संबंधी सेवाएं मिलनी चाहिए और इसके लिए अधिकारियों को पूरी जिम्मेदारी निभानी होगी।
इस तबादले के बाद राजस्व विभाग में हलचल तेज हो गई है। नए पदस्थापना स्थलों पर निरीक्षकों को तुरंत कार्यभार ग्रहण (Transfer Order) करने के निर्देश दिए गए हैं। कलेक्टर का मानना है कि इस कदम से विभागीय कार्य संस्कृति में सुधार आएगा और लोगों को समय पर सेवाएं मिलेंगी। अधिकारियों का कहना है कि यह (Revenue Department Reform) न केवल निरीक्षकों को जवाबदेह बनाएगा बल्कि विभाग की कार्यकुशलता भी बढ़ाएगा।