सीजी भास्कर, 15 मई। आश्रम-छात्रावास (Tribal Hostel Development) को लेकर आदिम जाति विकास विभाग के प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा ने राज्य के सभी कलेक्टरों, परियोजना-प्रशासकों और सहायक आयुक्तों को पत्र जारी किया है।
पत्र में कहा गया है कि आगामी शैक्षणिक सत्र 2025-26 के शुरू होने से पहले (Hostel Facilities Improvement) के तहत सभी आश्रम-छात्रावासों में आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।
पत्र में उल्लेख है कि (Adivasi Hostel Management) के अंतर्गत संचालित संस्थान छात्रों के अनुशासित व सर्वांगीण विकास का आधार हैं। यहाँ आदिवासी, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग और कमजोर वर्ग के विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करते हैं।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व और मंत्री रामविचार नेताम के मार्गदर्शन में इन छात्रावासों के उन्नयन को प्राथमिकता दी जा रही है।
प्रमुख सचिव ने निर्देश दिए हैं कि कन्या छात्रावासों में महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा और सुविधाएं सुनिश्चित हों। साथ ही छात्रावासों में सफाई, गद्दा-चादर की स्वच्छता, नेफ्थालिन की व्यवस्था तथा बच्चों की व्यक्तिगत स्वच्छता जैसे नाखून-कटिंग, बाल कटवाना और साफ कपड़ों का ध्यान रखा जाए। (Clean Hostel Environment)
खपरैल या जर्जर भवनों की मरम्मत बरसात के पहले अनिवार्य रूप से कराई जाए। शौचालय, स्नानागार, विद्युत उपकरणों की मरम्मत और रंग-रोगन पूरा कराया जाए। दीवारों पर शैक्षणिक संदेश और श्लोक अंकित किए जाएं। (Government Hostel Instructions)
प्री-मैट्रिक आश्रमों में रहने वाले छात्रों की छात्रवृत्ति (शिष्यवृत्ति) का भुगतान ऑनलाइन हो और वर्ष 2025-26 के लिए छात्रवृत्ति का नवीनीकरण 30 मई तक अनिवार्य रूप से पूरा कर 10 जून तक प्रथम किश्त जारी की जाए।
प्रमुख सचिव ने आदेश दिया कि अधीक्षक और चौकीदार आश्रम परिसर में अनिवार्य रूप से निवास करें, बाहरी लोगों का प्रवेश वर्जित हो, नशे के दुष्प्रभावों से बच्चों को जागरूक किया जाए और नियमित स्वास्थ्य परीक्षण हो।
आश्रम परिसर में बागवानी, वृक्षारोपण और हर माह निगरानी समिति की बैठक के साथ पालक-विद्यार्थी सम्मेलन आयोजित किया जाए।
कन्या छात्रावासों की निगरानी विशेष रूप से हो और वहां कार्यरत कर्मचारियों के व्यवहार पर भी नजर रखी जाए। सभी सहायक आयुक्त, क्षेत्र संयोजक और मण्डल संयोजक द्वारा प्रत्येक माह आश्रमों का निरीक्षण कर उन्हें (Ideal Tribal Hostels) की दिशा में विकसित किया जाए।
