सीजी भास्कर, 4 जुलाई। TTE assaulted by police : हीराकुंड एक्सप्रेस के थर्ड एसी कोच में महिला से टिकट मांगने पर ललितपुर रेलवे स्टेशन पर जीआरपी के सिपाही और टीटीई में विवाद हो गया। आरोप है कि सिपाही ने टीटीई को कालर पकड़कर उतारा और थाने ले जाकर उसे मुर्गा बनाकर कुकड़ू-कूं बुलवाया। आरोप को रेलवे ने गंभीरता से लिया है और इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बना दी है। इसमें रेलवे के सहायक सुरक्षा आयुक्त, सहायक वाणिज्य प्रबंधक और जीआरपी के पुलिस उपाधीक्षक शामिल हैं। जीआरपी के एसपी विपुल श्रीवास्तव ने बताया कि कमेटी की जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
घटना गत सोमवार की है। जबलपुर मंडल के कटनी के डिप्टी सीटीआइ दिनेश कुमार हीराकुंड एक्सप्रेस (20808) में ड्यूटी कर रहे थे। झांसी से ट्रेन निकलने के बाद वह कोच में यात्रियों की जांच कर रहे थे। इसी बीच बी-1 कोच में एक महिला बैठी (TTE assaulted by police)दिखी। टिकट मांगने पर उसने कहा कि पति से बात कर लें। कुछ दूरी पर एक सीट पर वर्दी में बैठे सिपाही से टिकट मांगने पर वह भड़क गया। आरोप है कि सिपाही ने धौंस दी कि वह ललितपुर के जीआरपी थाने में तैनात है, लेकिन टीटीई टिकट दिखाने की मांग पर अड़ा रहा। इस पर सिपाही ने मारपीट कर दी। ट्रेन के ललितपुर स्टेशन पर पहुंचते ही सिपाही ने टीटीई को जबरन ट्रेन से उतारा। इससे ट्रेन बिना टीटीई के रवाना हो गई। आरोप है कि इसके बाद टीटीई को थाने ले जाकर सिपाही उसे मुर्गा बनाकर प्रत्येक पांच मिनट में कुकड़ू-कूं बुलवाता रहा। यह सिलसिला काफी देर तक चला। जानकारी अन्य टीटीई को हुई तो उन्होंने हंगामा किया। मंगलवार को इंडियन रेलवे टिकट चेकिंग स्टाफ आर्गेनाइजेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय सिंह ने सीनियर डीसीएम अमन वर्मा से मिलकर कार्रवाई की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा।
बिना टिकट यात्रा नहीं कर सकेंगे वर्दीधारी, जुर्माना लगेगा भारी
टिकट चेकिंग कर्मियों का आक्रोश देखकर रेलवे अधिकारियों ने ऐसे पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की तैयारी कर ली है, जो बिना टिकट यात्रा करते हैं। टिकट चेकिंग कर्मियों को निर्देशित किया जा रहा है कि पुलिसकर्मी के मिलने पर उनसे टिकट मांगें। टिकट न देने पर उनसे उलझें नहीं, बल्कि तुरंत मोबाइल फोन के जरिये रेलवे कंट्रोल को सूचना (TTE assaulted by police)दें। अगले स्टेशन पर टीटीई फोर्स के साथ पहुंचकर संबंधित पुलिसकर्मी को उतारकर उसकी पूरी जानकारी एकत्र कर कंट्रोल को नोट कराएंगे। इसके बाद जुर्माना वसूलकर उसकी रिपोर्ट तैयार कर संबंधित जिले के पुलिस अधीक्षक को भेजी जाएगी।