सीजी भास्कर, 10 अप्रैल : उत्तर प्रदेश के वाराणसी में गैंगरेप (Varanasi Gang Rape Case) की घटना ने हड़कंप मचा दिया है। 23 दरिंदों ने छह दिनों तक 19 वर्षीय युवती के साथ बर्बरता की। अब तक इस मामले में नौ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है। आरोपियों ने पीड़ित लड़की को नशीला पदार्थ देकर कई होटलों में ले जाकर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया।
वाराणसी (Varanasi Gang Rape Case) में तैनात अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (छावनी) विदुष सक्सेना ने बताया कि नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस टीमें अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चला रही हैं और उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि रेप पीड़िता सुरक्षित है और पुलिस उसके परिवार के सदस्यों के संपर्क में है।
हालांकि पीड़िता के परिवार के सदस्यों ने मीडिया से बात करने से मना कर दिया, लेकिन पीड़िता की मां ने कहा, “आपको जो भी जानकारी चाहिए, कृपया पुलिस से संपर्क करें और थाने से प्राप्त करें।” पुलिस अधिकारियों के अनुसार, पीड़िता 29 मार्च को कुछ युवकों के साथ बाहर गई थी।
जब वह घर वापस नहीं लौटी, तो उसके परिवार ने 4 अप्रैल को शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने पहले बताया था कि जब लड़की को रेस्क्यू किया गया, तब उसने बलात्कार के बारे में कुछ नहीं कहा था। हालांकि, पीड़िता के परिवार ने 6 अप्रैल को शिकायत दर्ज कराई कि उसके साथ सामूहिक बलात्कार हुआ है।
इसके बाद पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत 12 नामजद और 11 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। नामजद आरोपियों में राज विश्वकर्मा, समीर, आयुष धूसिया, साजिद, अनमोल गुप्ता, सुहेल, दानिश, इमरान, शब्बीर और सोहेल खान शामिल हैं।
पुलिस के अनुसार, पीड़िता ने बताया कि 29 मार्च से 4 अप्रैल के बीच आरोपी उसे कई होटलों और हुक्का बार में ले गए और उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। महिला की मां ने अपनी शिकायत में कहा कि 29 मार्च को उसकी बेटी अपनी सहेली के घर गई थी। लौटते समय उसे राज विश्वकर्मा नाम का एक लड़का मिला, जिसने उसे लंका स्थित अपने कैफे में ले जाकर वहां अपने अन्य दोस्तों के साथ मिलकर उसके साथ ‘गलत हरकतें’ कीं।
पीड़िता की मां ने आरोप लगाया कि अगले दिन उसकी बेटी की मुलाकात समीर नाम के एक लड़के से हुई, जो अपने दोस्त के साथ बाइक पर था। समीर ने उसे बाइक पर बैठाकर हाईवे पर ले गया, जहां उसने उसके साथ ‘गलत हरकतें’ कीं और फिर उसे नदेसर पर छोड़ दिया।
31 मार्च को, आयुष नाम का एक लड़का अपने पांच दोस्तों सोहेल, दानिश, अनमोल, साजिद और जहीर के साथ उसे सिगरा स्थित कॉन्टिनेंटल कैफे ले गया। वहां उसने उसे नशीला पदार्थ पिलाकर बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया।
पीड़िता (Varanasi Gang Rape Case) की मां ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि 1 अप्रैल को साजिद नाम का लड़का अपने दोस्त के साथ उसे एक होटल में ले गया, जहां दो-तीन अन्य लोग भी मौजूद थे। वहां एक व्यक्ति ने उसके साथ बलात्कार किया और फिर उसे बाहर फेंक दिया। जब वह वहां से निकल रही थी, तो उसे इमरान नाम का एक लड़का मिला, जिसने उसे नशीला पदार्थ पिलाकर एक होटल में उसके साथ बलात्कार किया। बाद में, जब लड़की चिल्लाई, तो इमरान ने उसे होटल के बाहर छोड़ दिया।
उसकी मां ने आरोप लगाया कि 2 अप्रैल (Varanasi Gang Rape Case) को राज खान ने उसे हुकुलगंज में अपने घर की छत पर ले जाकर, नशीला पदार्थ पिलाकर उसके साथ बलात्कार करने की कोशिश की। जब लड़की चिल्लाई, तो उन्होंने उसे नशे की हालत में अस्सी घाट ले जाकर वहीं छोड़ दिया।
3 अप्रैल को दानिश ने उसे अपने दोस्त के कमरे में ले जाने का दावा किया, जहां सोहेल, शोएब और कुछ अन्य आरोपियों ने कथित तौर पर उसकी बेटी को नशीला पदार्थ पिलाकर उसके साथ बलात्कार किया। इसके बाद, वे उसे चौकघाट के पास छोड़ गए।
शिकायतकर्ता ने बताया कि उसकी बेटी अगले दिन घर आई और उन्हें अपनी आपबीती सुनाई। इसके बाद, उन्होंने पुलिस से संपर्क किया और मामला दर्ज कराया। अब 23 में से 9 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं, और सभी आरोपियों को 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। आरोपियों की पेशी के दौरान पूरे दिन हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा।
पुलिस ने दीनदयाल जिला अस्पताल (Varanasi Gang Rape Case) में सभी आरोपियों का मेडिकल परीक्षण कराया और रात के अंधेरे में उन्हें कोर्ट में पेश किया। यह कार्रवाई रात में की गई क्योंकि पुलिस को आशंका थी कि आरोपियों पर हमला हो सकता है। हालांकि, अस्पताल में मेडिकल के दौरान कुछ लोगों ने अपना गुस्सा जाहिर करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने आरोपियों की सुरक्षा सुनिश्चित की।
मेडिकल परीक्षण में सभी आरोपियों के फिटनेस टेस्ट, ब्लड सैंपल, स्किन सैंपल, नाखून और सीमेन का सैंपल लिया गया। इस दौरान आरोपियों को चकमा देने के लिए पुलिस उन्हें कभी अस्पताल तो कभी पुलिस लाइन ले जाती रही, जिससे रात का समय बीत गया। अस्पताल में मेडिकल के लिए जाते समय भीम आर्मी के सदस्यों ने आरोपियों पर हमले की कोशिश की, लेकिन वे सफल नहीं हो सके। इस पर पुलिस ने भीम आर्मी के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया।
भीम आर्मी के सदस्यों ने एक आरोपी के बाल पकड़कर उसे खींचा और उसे पीटने की कोशिश की। इसके बाद, पुलिस ने दोनों हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया और उन्हें लालपुर पांडेयपुर थाने में पूछताछ के लिए ले गई। आरोपियों का मेडिकल परीक्षण कराने के बाद, पुलिस ने सभी आरोपियों को रात के समय कचहरी पहुंचाया। इस पर कोर्ट ने सभी 9 आरोपियों को 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।