सीजी भास्कर, 18 दिसंबर। भारत गारंटी फॉर रोजगार एंड आजीविका मिशन (ग्रामीण) बिल यानी VB-जी राम जी (VB-G Ram G Bill) पर लोकसभा में जमकर हंगामा हुआ। कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सदन में इस विधेयक पर सरकार का पक्ष रखा, लेकिन विपक्ष ने बिल का विरोध करते हुए जोरदार नारेबाजी की। विपक्षी सांसद वेल में पहुंच गए और कागज फेंकते नजर आए। इस दौरान सदन की कार्यवाही कुछ समय के लिए अव्यवस्थित हो गई।
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मनरेगा का नाम शुरू में महात्मा गांधी के नाम पर नहीं रखा गया था। यह पहले नरेगा था। बाद में वर्ष 2009 के चुनाव के समय वोट और राजनीतिक फायदे के लिए महात्मा गांधी का नाम जोड़ा गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को चुनाव के समय ही बापू याद आते हैं। यह टिप्पणी VB-जी राम जी बिल (VB-G Ram G Bill) पर चर्चा के दौरान की गई।
इसके बाद सदन में ‘VB-जी राम जी’ बिल को ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। इससे पहले विपक्ष ने इस विधेयक के विरोध में संसद परिसर में मार्च निकाला, जिसमें विपक्ष के 50 से अधिक सांसदों ने हिस्सा लिया और VB-G-RAM-G बिल (VB-G Ram G) वापस लेने के नारे लगाए।
बुधवार को लोकसभा में इस बिल पर करीब 14 घंटे तक लंबी चर्चा हुई। कार्यवाही देर रात 1:35 बजे तक चली, जिसमें 98 सांसदों ने भाग लिया। विपक्ष की मांग थी कि प्रस्तावित कानून को स्टैंडिंग कमेटी के पास भेजा जाए। यह विधेयक 20 साल पुराने MGNREG एक्ट की जगह लेने जा रहा है, जिसको लेकर विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है।
महात्मा गांधी का नाम चुनावी फायदे के लिए जोड़ा गया
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस ने कभी गांधीजी की बात नहीं मानी। उन्होंने कहा कि गांधीजी ने आजादी के बाद कांग्रेस को भंग करने की बात कही थी, लेकिन कांग्रेस ने उसे नजरअंदाज किया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जब कश्मीर को विशेष दर्जा दिया गया, उसी दिन संविधान की हत्या हुई। शिवराज ने कहा कि मोदी सरकार ने मनरेगा की कई खामियों को दूर किया और उसमें हुए भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई। यह पूरा तर्क VB-जी राम जी (VB-G Ram G) बिल के समर्थन में दिया गया।
कई योजनाओं का नाम नेहरू परिवार पर रखा गया
कृषि मंत्री ने कहा कि कांग्रेस को नाम रखने की सनक रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कई योजनाओं के नाम नेहरू परिवार के सदस्यों पर रखे गए। राजीव गांधी के नाम पर 55 राज्य सरकार की योजनाएं, 74 सड़कें और 15 नेशनल पार्क रखे गए। उन्होंने कहा कि हर योजना का नाम बदलने की परंपरा कांग्रेस की देन है। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने 16 दिसंबर को इस बिल का विरोध करते हुए कहा था कि हर योजना का नाम बदलने की सनक समझ से परे है।
(VB-G Ram G Bill) को स्टैंडिंग कमेटी को भेजने की मांग
कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने लोकसभा अध्यक्ष से मांग की कि विकसित भारत गारंटी फॉर रोजगार एंड आजीविका मिशन (ग्रामीण) विधेयक को किसी स्थायी समिति या संयुक्त संसदीय समिति को भेजा जाए। हालांकि, अध्यक्ष ने यह कहते हुए अनुरोध खारिज कर दिया कि इस विधेयक पर पहले ही 14 घंटे से ज्यादा चर्चा हो चुकी है। इसी दौरान विपक्ष की नारेबाजी के बीच कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बहस जारी रखने की बात कही।


