सीजी भास्कर, 21 नवंबर। इन दिनों सब्जियों की कीमतें (Vegetable Price Hike) अचानक बढ़ जाने से आम उपभोक्ताओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। टमाटर जो आमतौर पर घर की रसोई का नियमित हिस्सा होता है, वह इन दिनों 50 से 60 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गया है ।
अधिकांश सब्जियों का आंकड़ा 100 रुपए
स्थानीय उत्पादन पर्याप्त होने के बावजूद कीमतों में गिरावट के बजाय इजाफा लगातार जारी है। सब्जियों के बढ़ते दामों ने मध्यम वर्ग की रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। लोकल आवक जारी रहने के बावजूद खुदरा बाजारों में टमाटर से लेकर गोभी, मटर और शिमला मिर्च तक अधिकांश सब्जियों ने 100 रुपए का आंकड़ा पार कर लिया है।
सर्दियों में सबसे ज्यादा खरीदी जाने वाली मटर और मेथी इन दिनों आम परिवारों की पहुंच से बाहर होती जा रही हैं। जहां मटर 120 रुपये किलो बिक रही है, वहीं मेथी भी महंगी होने के कारण ग्राहक कम मात्रा में खरीदने को मजबूर हैं। सर्दियों की परंपरागत थाली अब आम उपभोक्ता के लिए विलासिता जैसी बन रही है।
लोकल आवक के बावजूद दाम क्यों नहीं घटने के विषय में व्यापारियों ने बताया कि खेतों से आने वाली सब्जियों की आवक स्थिर है, लेकिन ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट बढ़ने, ठंड बढ़ने के साथ मांग बढ़ने और कुछ सब्जियों के सीमित उत्पादन के कारण बाजार में कीमतें तेजी से ऊपर जा रही हैं।
(Vegetable Price Hike) बाजार में प्रमुख सब्जियों के भाव
गोभी – 100 से 120 रुपए किलो
शिमला मिर्च – 100 से 120 रुपए किलो
सेमी – 100 से 120 रुपए किलो
मटर – 120 रुपए किलो
मुनगा – 100 से 120 रुपए किलो
टमाटर – 50 से 60 रुपए किलो
100 रुपए पार सब्जियां
