सीजी भास्कर, 04 अप्रैल : इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 के एक मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ने सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) को 80 रनों से हराया। यह मुकाबला 4 अप्रैल (गुरुवार) को ईडन्स गार्डन्स में हुआ, जहां सनराइजर्स को जीत के लिए 201 रनों का लक्ष्य दिया गया था। हालांकि, उनकी पूरी टीम 16.4 ओवर में केवल 120 रनों पर सिमट गई।
कोलकाता नाइट राइडर्स की इस शानदार जीत में उप-कप्तान वेंकटेश अय्यर (Venkatesh Iyer) ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वेंकटेश ने 29 गेंदों में 60 रन बनाए, जिसमें 7 चौके और 3 छक्के शामिल थे।
इस मुकाबले से पहले, वह अपनी फॉर्म में नहीं थे और पहले दो मैचों में केवल 9 रन ही बना पाए थे। लेकिन हैदराबाद के खिलाफ उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया।
तूफानी पारी खेलने के बाद, वेंकटेश अय्यर ने आलोचकों को स्पष्ट जवाब दिया है। उनका मानना है कि बड़ी धनराशि मिलने का यह मतलब नहीं है कि उन्हें हर मैच में बड़ा स्कोर बनाना होगा।
उन्होंने कहा कि उनका ध्यान टीम के लिए प्रभावशाली प्रदर्शन करने पर है। केकेआर ने आईपीएल 2025 की मेगा नीलामी में राइट टू मैच कार्ड का उपयोग करके वेंकटेश को 23.75 करोड़ रुपये में फिर से अपनी टीम में शामिल किया था।
वेंकटेश अय्यर (Venkatesh Iyer)ने मैच के बाद कहा, “मैं झूठ नहीं बोलूंगा, थोड़ी दबाव की भावना है। आप लोग इस पर काफी चर्चा कर रहे हैं। लेकिन (केकेआर में) सबसे अधिक धनराशि पाने वाले खिलाड़ी होने का मतलब यह नहीं है कि मुझे हर मैच में रन बनाने होंगे।
यह इस बात से जुड़ा है कि मैं टीम के लिए कैसे मैच जीत सकता हूं और मेरा प्रभाव क्या है। मुझे इस बात का कोई दबाव नहीं है कि मुझे कितनी धनराशि मिली है या मैं कितने रन बना रहा हूं। मुझ पर इस तरह का दबाव कभी नहीं रहा।”
जब वेंकटेश (Venkatesh Iyer) से पूछा गया कि क्या केकेआर में सबसे अधिक वेतन पाने वाले खिलाड़ी होने का दबाव अब खत्म हो गया है, तो उन्होंने कहा, “आप ही बताएं। मैं आईपीएल की शुरुआत से ही कहता आ रहा हूं कि यह मायने नहीं रखता कि आपको 20 लाख मिल रहे हैं या 20 करोड़। मैं एक टीम का खिलाड़ी हूं, जो टीम की जीत में योगदान देना चाहता है।”
उन्होंने आगे कहा, “कभी-कभी हमें कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है, जहां मेरा काम कुछ ओवर खेलना होता है। अगर मैं ऐसा करता हूं और रन नहीं बनाता, तो भी मैंने अपनी टीम के लिए योगदान दिया है।
मेरी टीम सोची-समझी आक्रामकता में विश्वास करती है। आक्रामकता का असली मतलब सकारात्मक इरादे दिखाना है। यह सकारात्मक और सही इरादे के साथ जुड़ा हुआ है। आक्रामकता का मतलब हर गेंद पर छक्का मारना नहीं है।”