सीजी भास्कर 18 नवम्बर Vivah Lagan 2025 की शुरुआत इस बार चार महीने के विराम के बाद हो रही है। कार्तिक शुक्ल पक्ष की देवउठनी एकादशी के साथ ही, जब श्रीहरि विष्णु योगनिद्रा से जागे, मांगलिक कार्यों पर लगी रोक समाप्त मानी गई। इसी क्रम में सूर्य के तुला से वृश्चिक राशि में गोचर करते ही, आज से विवाह के शुभ मुहूर्त पुनः सक्रिय हो गए।
18 नवंबर से 6 दिसंबर तक मिलेंगे 13 शुभ मुहूर्त
ज्योतिषीय गणना के अनुसार, इस अवधि में कुल 13 विवाह योग्य मुहूर्त सामने आए हैं, जिनमें 4 दिसंबर तक के मुहूर्त अत्यंत शुभ माने गए हैं। चूंकि ग्रहों की स्थिति इस समय अनुकूल है, कई परिवार महीनों से रुके कार्यक्रम अब इन दिनों में संपन्न करने की तैयारी में हैं। यह समय Auspicious Marriage Dates के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
नवंबर में 9 और दिसंबर में 4 लग्न मुहूर्त
परंपरागत कैलेंडरों के अनुसार, नवंबर में कुल 9 दिन विवाह के लिए योग्य हैं, जबकि दिसंबर की शुरुआत में 4 और मुहूर्त उपलब्ध हैं। हालांकि 8 दिसंबर के बाद शुक्र के अस्त होने तथा वृद्धत्व दोष के कारण शुभ कार्यों में अस्थायी विराम लग जाएगा। ज्योतिषों के मुताबिक, शुक्र का अस्त होना (Shukra Ast) मांगलिक कार्यों के लिए बाधक माना जाता है।
2026 में 1 फरवरी से दोबारा शुरू होगा विवाह का दौर
अगले वर्ष में नए विवाह मुहूर्त फरवरी में ही उपलब्ध होंगे। 1 फरवरी की शाम लगभग 6 बजे पश्चिम दिशा में जब शुक्र पुनः उदित होंगे, तभी 2026 में विवाह-सत्र की औपचारिक शुरुआत मानी जाएगी। इससे पहले जनवरी में खरमास होने के कारण किसी भी प्रकार के शुभ कार्यों में रोक रहेगी।
विवाह मुहूर्त बनाते समय ग्रहों की शुभता है अहम
धर्मशास्त्रों में स्पष्ट उल्लेख है कि विवाह के लिए ग्रहों का शुभ होना अनिवार्य है। विशेष रूप से बृहस्पति, शुक्र और सूर्य की सकारात्मक स्थिति विवाह-सौभाग्य को बढ़ाती है। विवाह लग्न निकालते समय वृष, मिथुन, कन्या, तुला, धनु और मीन लग्न को उत्तम श्रेणी में रखा जाता है।
इसके अलावा, यदि रोहिणी, मृगशिरा या हस्त जैसे शुभ नक्षत्र उपस्थित हों तो मुहूर्त को और भी शुभ माना जाता है — (Auspicious Nakshatra).
मार्च 2025 तक के सभी विवाह मुहूर्त एक नज़र में
नवंबर 2025
18, 19, 21, 22, 23, 24, 25, 29, 30
दिसंबर 2025
1, 4, 5, 6
फरवरी 2026 (शुक्र उदय के बाद)
4, 5, 6, 7, 8, 10, 11, 12, 13, 14, 15, 19, 20, 21, 24, 25, 26
मार्च 2025
2, 4, 5, 7, 8, 9, 10, 11, 12, 13, 14
