सीजी भास्कर, 9 सितंबर। मनरेगा से बने चेक डैम ने बिलासपुर जिले के बिल्हा विकासखंड के कोरबी ग्राम पंचायत में जल संकट दूर कर किसानों की जिंदगी बदल दी है। पांच लाख 27 हजार रुपए की लागत से निर्मित इस चेक डैम से न केवल सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिल रहा है, बल्कि जल स्रोतों का जलस्तर भी बढ़ा (Water Miracle in Bilha)। अब किसानों को दो से तीन फसलें उगाने में मदद मिल रही है और गाँव में हरियाली लौट आई है।
चेक डैम बनने के बाद क्षेत्र में जल संरक्षण और सिंचाई की स्थिति में बड़ा सुधार आया (Water Miracle in Bilha)। मानसून के बाद भी लंबे समय तक पानी उपलब्ध रहता है। खेतों को समय पर पर्याप्त पानी मिलने से पैदावार में वृद्धि हुई है और ग्रामीणों को पेयजल संकट से राहत मिली। कोरबी ग्राम पंचायत का यह चेक डैम जल संचय और जल संरक्षण का सफल उदाहरण बन गया, जो ग्रामीणों के जीवन में स्थायी बदलाव लाने में सहायक है।
कोरबी के लोग बताते हैं कि पहले गाँव में नाले का पानी बिना रुके बह जाता था, जिससे खेत सूखे रहते थे और सिंचाई नहीं हो पाती थी। बारिश के पानी का सदुपयोग नहीं होने से खेती के लिए हमेशा जल की कमी बनी रहती थी। मनरेगा से बने चेक डैम ने अब ग्रामीणों को इस समस्या से मुक्त कर दिया है और खेती को आसान और लाभकारी बना दिया है। इस परियोजना ने दिखा दिया है कि छोटे लेकिन प्रभावशाली जल संरचनाएँ ग्रामीण क्षेत्रों में खेती, जल संरक्षण और जीवन स्तर में सुधार लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।