सीजी भास्कर, 18 सितंबर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के बगीचा वन परिक्षेत्र के ग्राम कुटमा में आज सुबह एक हैरान कर देने वाली घटना हुई। एक घायल Wildlife Rescue चीतल बदहवास हालत में जंगल से भागते हुए सीधे गांव के आश्रित ग्राम बैगाकोना के ग्रामीण टोकाधर यादव के घर में घुस आया। उसके मुंह से लगातार खून बह रहा था और ग्रामीण घबरा गए।
ग्रामीणों और सरपंच ने हिम्मत दिखाते हुए घायल Wildlife Rescue चीतल को पकड़ लिया और तुरंत वन विभाग को सूचना दी। थोड़ी देर बाद विभाग की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन सभी ग्रामीण यह देखकर हैरान रह गए कि कर्मचारियों ने बिना किसी प्राथमिक उपचार के ही चीतल को फिर से जंगल में छोड़ दिया।
ग्रामीणों का कहना है कि घायल अवस्था में यह Wildlife Rescue चीतल जंगल में ज्यादा समय तक जीवित नहीं रह पाएगा। इस पर गांववालों ने चिंता व्यक्त करते हुए वन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। उनका कहना है कि घायल वन्यजीवों को उपचार की सुविधा मिलनी चाहिए, ताकि वे सुरक्षित ढंग से प्राकृतिक आवास में लौट सकें। इस संबंध में जब वन विभाग के एसडीओ ईश्वर कुजूर से संपर्क करने की कोशिश की गई, तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया। ग्रामीण अब जिला प्रशासन से उम्मीद कर रहे हैं कि मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में घायल वन्यजीवों के साथ ऐसी लापरवाही न हो।