सीजी भास्कर, 26 नवंबर। छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले में 11वीं के छात्रा से गैंगरेप की घटना सामने आने के बाद पुलिस ने घटना के चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे धकेल दिया है। आरोपियों में एक प्रिंसिपल, एक हेडमास्टर, एक लेक्चरर और एक डिप्टी रेंजर है।

आपको बता दें कि शासकीय स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा को प्रिंसिपल अशोक कुमार कुशवाहा (55 वर्ष), लेक्चरर कुशल सिंह परिहार (50 वर्ष) और हेडमास्टर (सीएससी) रावेन्द्र कुशवाहा (48 वर्ष) जनकपुर की एक कॉलोनी में किराए के मकान में ले गए। इस दौरान इनका दोस्त बहरासी में पदस्थ डिप्टी रेंजर बनवारी भी मौजूद था। किराए के मकान में 15 नवंबर को तीन आरोपियों ने और 22 नवंबर को फिर दो आरोपियों ने छात्रा से गैंगरेप किया। आरोपियों ने छात्रा का वीडियो भी बनाया। जब पीड़िता ने ये बात परिजनों को बताने कही तो आरोपियों ने उसका वीडियो वायरल करने की धमकी दे दी। आरोपियों ने यह भी कहा कि अगर इस बात की जानकारी किसी को पता दी तो जान से मार देंगे। डरी सहमी छात्रा कुछ दिनों तक चुप रही लेकिन इसके बाद आरोपी वीडियो वायरल करने की धमकी देकर फिर से संबंध बनाने के लिए लिए उसे ब्लैकमेल करने लगे। मालूम चला है कि छात्रा 25 किलोमीटर दूर से बस के जरिए स्कूल आना-जाना करती है। दूसरी बार दुष्कर्म की वारदात होने के बाद परेशान छात्रा ने हिम्मत जुटाई और घटना की जानकारी परिजनों को दी। जिसके बाद परिजन नाबालिग को लेकर जनकपुर थाना पहुंचे। शिकायत के बाद पुलिस ने चारों आरोपियों को हिरासत में लिया है। मामले में आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। तीनों आरोपी शिक्षक जनकपुर विकासखंड के हाईस्कूल देवगढ़ में पदस्थ हैं और जनकपुर में किराए का मकान में रहते हैं।