अमेरिका , 24 मार्च 2025 :
राष्ट्रपति बनने के बाद से डोनाल्ड ट्रंप ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ अभियान चलाया हुआ है. इसी बीच अमेरिका से एक हैरान करने वाला मामला सामना आया है. यहां पर एक महिला को संघीय आव्रजन अधिकारियों ने हनीमून से लौटने के बाद गिरफ्तार कर लिया. दरअसल,ये महिला वीजा खत्म होने के बाद भी अमेरिका में रह रहीं थी.
इसके बाद महिला के पति और ट्रंप समर्थक ने कहा कि उसे अपने वोट पर कोई पछतावा नहीं है. ट्रंप ने यह प्रणाली नहीं बनाई, लेकिन उनके पास इसे सुधारने का अवसर है.
डोनाल्ड ट्रंप के कट्टर समर्थक हैं ब्रैडली बार्टेल
विस्कॉन्सिन के निवासी ब्रैडली बार्टेल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कट्टर समर्थक हैं और उन्होंने चुनाव में उन्हें वोट दिया था. उनकी पत्नी कैमिला मुनोज पेरू की नागरिक हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मुनोज 2019 में वर्क-स्टडी वीजा पर विस्कॉन्सिन डेल्स आई थीं. हालांकि कोरोना महामारी के कारण अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर रोक लगने से उनका वीजा समाप्त हो गया. इस दौरान उन्होंने खेती और एक रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम किया, जहां उनकी मुलाकात ब्रैडली बार्टेल से हुई. दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और कुछ समय बाद उन्होंने शादी कर ली. लेकिन महामारी के चलते वे तुरंत हनीमून पर नहीं जा सके.
फरवरी में बार्टेल और उनकी पत्नी मुनोज हनीमून के लिए प्यूर्टो रिको गए. लौटने पर आव्रजन अधिकारियों ने मुनोज से उनकी नागरिकता को लेकर पूछताछ की. जब उन्होंने बताया कि वह ग्रीन कार्ड प्राप्त करने की प्रक्रिया में हैं, तो अधिकारियों ने उन्हें हिरासत में ले लिया. अब मुनोज को लुइसियाना स्थित एक ICE (इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट) सुविधा में रखा गया है.
ब्रैडली बार्टेल ने जताया दुख
मुनोज की गिरफ्तारी को लेकर उनके पति बार्टेल ने गहरा दुख जताया. उन्होंने इसे एक बुरे सपने जैसा अनुभव बताया. बार्टेल ने कहा, ‘हमने वकील रखा है, लेकिन सिस्टम इतना अक्षम है कि प्रक्रिया को जितना समय लगना चाहिए, उससे कहीं ज्यादा लग रहा है.’ उन्होंने यह भी खुलासा किया कि उन्हें नफरत भरे संदेश मिल रहे हैं और कई लोगों ने कहा है कि वे इसी के लायक हैं.
बार्टेल ने अमेरिकी आव्रजन प्रणाली की आलोचना करते हुए इसमें सुधार की मांग की. उन्होंने कहा, ‘ऐसा लगता है कि ICE के पास सही जानकारी नहीं होती. विभागों के बीच बेहतर संचार और प्रक्रियाओं को सुधारने के लिए सिस्टम को नया रूप देने की जरूरत है.’ उन्होंने आगे कहा कि अगर उनकी पत्नी को निर्वासित किया जाता है, तो वे भी पेरू जाने पर विचार कर रहे हैं. हालांकि, उन्होंने माना कि उनके बेटे के लिए यह निर्णय लेना बेहद कठिन होगा.