प्रयागराज (उत्तर प्रदेश), 4 अगस्त 2025 – सोशल मीडिया पर एक इमोशनल पोस्ट, मेटा की तगड़ी निगरानी और पुलिस की फुर्ती से एक युवक की जान बचा ली गई। प्रयागराज में इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट डालकर जब युवक ने लिखा, “मैंने जहर खा लिया है”, तो मेटा के मॉनिटरिंग सिस्टम ने इसे तुरंत डिटेक्ट कर लिया। मेटा ने बिना देर किए यूपी पुलिस के सोशल मीडिया सेंटर को सूचना दी और पुलिस ने महज 10 मिनट में युवक के घर पहुंचकर उसे अस्पताल पहुंचाया।
क्या है पूरा मामला?
प्रयागराज के पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र के रहने वाले एक युवक ने घरेलू तनाव और आर्थिक तंगी से तंग आकर चूहा मारने की दवा खा ली। इसके बाद उसने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट डाली जिसमें उसने साफ लिखा – “मैंने ज़हर खा लिया है, अब और नहीं सहा जाता…”
मेटा ने तुरंत भेजा अलर्ट
जैसे ही पोस्ट पब्लिश हुई, मेटा (Meta) के इमरजेंसी कंटेंट मॉनिटरिंग सिस्टम ने अलर्ट ट्रिगर कर दिया। कंपनी ने यूपी पुलिस के डीजीपी ऑफिस के सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेंटर को ईमेल भेजा, जिसमें युवक की लोकेशन समेत पूरी जानकारी थी।
10 मिनट में पुलिस पहुंची मौके पर
पुलिस ने तुरंत लोकेशन ट्रेस कर पूरामुफ्ती इलाके में उस घर तक पहुंच बनाई। दरवाजा तोड़कर जब पुलिस अंदर घुसी तो युवक बेसुध हालत में बिस्तर पर पड़ा था। पुलिस ने बिना देर किए उसे उठाकर नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। समय रहते मेडिकल ट्रीटमेंट मिलने से युवक की जान बच गई।
आर्थिक संकट बना आत्महत्या की वजह
युवक ने पुलिस को बताया कि वह एक शादी-पार्टी में वेटर का काम करता है और बीते कुछ समय से आर्थिक तंगी में जी रहा था। बेरोजगारी और घरेलू जिम्मेदारियों के दबाव ने उसे तोड़ दिया, जिससे उसने ये खौफनाक कदम उठाया।
1,195 जानें अब तक बचा चुकी है ये प्रणाली
यह पहला मामला नहीं है। 2023 से अब तक यूपी पुलिस और मेटा के इस संयुक्त सिस्टम की मदद से 1,195 लोगों की जान बचाई जा चुकी है। सोशल मीडिया पर आत्महत्या की सूचना मिलते ही पुलिस को अलर्ट किया जाता है और 10-15 मिनट के भीतर मौके पर पहुंचकर ज़िंदगियां बचाई जाती हैं।