सीजी भास्कर, 18 अगस्त |
रायपुर। मध्यप्रदेश में मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाने के बाद भाजपा ने अब छत्तीसगढ़ में भी यादव समाज को साधने की रणनीति बनाई है। सूत्रों की मानें तो दुर्ग के विधायक गजेंद्र यादव को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने पर शीर्ष नेतृत्व की मुहर लग चुकी है। इसके साथ ही आरंग विधायक और अनुसूचित जाति समाज से आने वाले गुरु खुशवंत साहेब का भी मंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है।
बिहार चुनाव को साधने की रणनीति
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि गजेंद्र यादव को मंत्री बनाकर भाजपा दोहरी रणनीति अपना रही है।
- छत्तीसगढ़ में यादव समाज को मजबूत संदेश देना।
- बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय स्तर पर यादव वोट बैंक को साधना।
दरअसल, बिहार की कुल आबादी में यादव समुदाय की हिस्सेदारी करीब 14% है और वे वहां एक बड़ा वोट बैंक माने जाते हैं। भाजपा चाहती है कि छत्तीसगढ़ में यादव नेता को मंत्री बनाकर बिहार के यादव मतदाताओं को भी यह संदेश दिया जाए कि पार्टी उन्हें सम्मान और हिस्सेदारी दे रही है।
हरियाणा फार्मूला से बढ़ सकती है कैबिनेट की ताकत
छत्तीसगढ़ विधानसभा में 90 सीटें हैं और नियम के अनुसार मुख्यमंत्री समेत 13 मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है। फिलहाल कैबिनेट में 11 मंत्री हैं और तीन नए चेहरों के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।
सूत्रों का कहना है कि भाजपा यहां भी हरियाणा फार्मूला लागू कर सकती है। हरियाणा में भी 90 विधानसभा सीटें हैं, लेकिन वहां 14 मंत्री हैं। अगर यही मॉडल छत्तीसगढ़ में अपनाया गया तो मंत्रिमंडल में एक और सीट बढ़ाई जा सकती है।
संभावित दावेदारों में –
- अमर अग्रवाल (बिलासपुर)
- राजेश अग्रवाल (सरगुजा)
- संपत अग्रवाल (बसना)
साथ ही पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर, राजेश मूणत और पुरंदर मिश्रा के नाम भी दौड़ में शामिल बताए जा रहे हैं।
21 अगस्त से पहले होगा विस्तार
खबर है कि भाजपा नेतृत्व से कैबिनेट विस्तार की मंजूरी मिल चुकी है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय 21 अगस्त से जापान और दक्षिण कोरिया के दौरे पर जाने वाले हैं। माना जा रहा है कि विदेश रवाना होने से पहले ही नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी।
दो दिन पहले मुख्यमंत्री के अचानक राजभवन जाकर राज्यपाल से मुलाकात करने के बाद अटकलें और तेज हो गईं। सूत्रों के मुताबिक नए मंत्रियों के नाम तय हो चुके हैं और अब सिर्फ शपथ ग्रहण की तारीख तय की जानी बाकी है।