28 मई 2025 :
Invest UP: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश तेजी से देश के सबसे बड़े औद्योगिक केंद्र के रूप में उभर रहा है. इसी क्रम में मुंबई के जिओ वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में इन्वेस्ट यूपी द्वारा आयोजित एक उच्चस्तरीय राउंडटेबल मीटिंग में देश के बड़े उद्योगपतियों ने उत्तर प्रदेश में निवेश करने की घोषणा की. बैठक में हजारों करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव सामने आए, जो प्रदेश के औद्योगिक और आर्थिक विकास को नई रफ्तार देंगे.
बैठक की अध्यक्षता मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने की, जबकि संचालन इन्वेस्ट यूपी के सीईओ विजय किरन आनंद ने किया. इस दौरान प्रदेश की निवेश अनुकूल नीतियों की जमकर सराहना की गई.
योगी सरकार की पारदर्शिता और नीति से बढ़ा विश्वास
मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी निवेशकों की पहली पसंद बन गया है. उन्होंने कहाकि सरकार पारदर्शिता, त्वरित स्वीकृति और निवेशकों को हर तरह की मदद देने के लिए प्रतिबद्ध है. उद्योगपतियों ने भी माना कि यूपी में अब निवेश करना आसान हो गया है.
प्रमुख निवेश प्रस्ताव
हीरानंदानी ग्रुप के डॉ. निरंजन हीरानंदानी ने बताया कि नोएडा में 30 मेगावाट क्षमता वाला डेटा सेंटर तैयार हो चुका है, जिसे जल्द ही दोगुना किया जाएगा. साथ ही ₹28,440 करोड़ की सेमीकंडक्टर परियोजना की घोषणा की गई.
अवाडा ग्रुप की सिंदूर मित्तल ने बताया कि उनकी 1.5 GW क्षमता की सोलर यूनिट 4 महीने में शुरू हो गई है. अब वे ₹20,000 करोड़ का और निवेश करेंगी.
अल्ट्राटेक सीमेंट के के.सी. झंवर ने अलीगढ़, शाहजहांपुर और टांडा में ₹1,981 करोड़ के निवेश की योजना साझा की.
टाटा पावर के संजय बंगा ने बुंदेलखंड में ₹13,700 करोड़ के निवेश से दो बड़ी बिजली परियोजनाएं शुरू करने की घोषणा की.
बलरामपुर चीनी मिल्स के प्रमोद पटवारी ने बायोप्लास्टिक के क्षेत्र में विस्तार का ऐलान किया.
अन्य प्रस्ताव
यूपी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (UPDIF) के पंकज जायसवाल ने लखनऊ में निवेशक सम्मेलन और दुबई में रोड शो का प्रस्ताव रखा.
कृष्णानंद ग्रुप के कपिल तिवारी ने लखनऊ और नोएडा में ₹25 करोड़ के रेडी मिक्स प्लास्टर प्लांट लगाने की योजना बताई.
ईएन कम्युनिकेशन के राजीव सिंह ने यमुना एक्सप्रेसवे पर ₹1,500 करोड़ की लागत से महाभारत संग्रहालय बनाने का प्रस्ताव दिया.
रिमेंस डीएसपी इंफ्रा के अर्नव गुप्ता ने ₹5 करोड़ से रोड पैच मिक्स प्लांट लगाने की घोषणा की.
लॉर्ड्स ग्रुप के सचिदानंद उपाध्याय ने ₹1,500 करोड़ से IVD और रूफटॉप सोलर प्रोजेक्ट लगाने की बात कही.
डायसिस इंडिया के सचिन सिंह ने ₹10 करोड़ की लागत से अपने प्लांट की क्षमता दोगुनी करने की योजना साझा की.
योगी सरकार द्वारा पिछले कुछ वर्षों में किए गए सुधारों जैसे ऑनलाइन अनुमति प्रणाली, सिंगल विंडो क्लीयरेंस, उद्यमियों को जमीन की उपलब्धता, तेज फैसले और बिजली-पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं में सुधार ने यूपी को निवेशकों के लिए आकर्षक बनाया है. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और देश-विदेश में हुए रोड शो की वजह से अब यूपी भारत ही नहीं, दुनिया के निवेश मानचित्र पर एक मजबूत नाम बन गया है.
मुंबई राउंडटेबल मीटिंग में सामने आए इन बड़े निवेश प्रस्तावों से साफ है कि उद्योग जगत को अब उत्तर प्रदेश में अपार संभावनाएं दिख रही हैं. योगी सरकार की नीतियां न सिर्फ निवेशकों को लुभा रही हैं, बल्कि प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार और विकास के नए द्वार भी खोल रही हैं.