सीजी भास्कर, 08 अप्रैल। बीजेपी आईटी सेल के इंचार्ज अमित मालवीय ने सोशल मीडिया पोस्ट में टीएमसी नेताओं कल्याण बनर्जी और कीर्ति आजाद के बीच बहस होने का दावा किया है. उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में व्हॉट्सएप चैट शेयर करते हुए दावा किया, “4 अप्रैल दो टीएमसी सांसदों के बीच भारत के चुनाव आयोग के मुख्यालय में सार्वजनिक रूप से झगड़ा हुआ, जहां वे एक ज्ञापन देने गए थे. ऐसा लगता है कि पार्टी ने अपने सांसदों को निर्देश दिया था कि वे चुनाव आयोग के पास जाने से पहले ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के लिए संसद कार्यालय में इकट्ठा हों.”
अमित मालवीय ने दावा किया, “ज्ञापन लेकर जाने वाला सांसद संसद की बैठक में शामिल नहीं हुआ और सीधे चुनाव आयोग के पास चला गया. इससे एक अन्य सांसद नाराज हो गया, जिसने आयोग में आमने-सामने आने पर उससे भिड़ गया. इसके बाद तीखी नोकझोंक हुई, जिसमें दोनों एक-दूसरे पर चिल्लाने लगे. मामला इतना आगे बढ़ा कि उनमें से एक सांसद ने वहां मौजूद पुलिस कर्मियों से हस्तक्षेप करने के लिए कहा. मामला तेजी से बढ़ गया और ममता बनर्जी तक पहुंच गया, जिन्होंने कथित तौर पर दोनों सांसदों को शांत होने के लिए कहा.”
अमित मालवीय ने आगे दावा किया कि झगड़ा यहीं खत्म नहीं हुआ. यह ‘AITC MP 2024’ व्हाट्सएप ग्रुप में भी फैल गया, जहां दोनों तरफ से पक्ष रखा गया और एक दूसरे पर कटाक्ष किए गए. इन सबके बीच, यह सवाल अभी भी बना हुआ है कि आखिर वह ‘बहुमुखी अंतरराष्ट्रीय महिला’ कौन है? यह रहस्य दुनिया को सुलझाना है.
व्हॉट्सएप चैट में क्या है?
अमित मालवीय ने सोशल मीडिया पर व्हॉट्सएप चैट शेयर किया, जिसके बारे में उन्होंने दावा कि यह कल्याण बनर्जी और कीर्ति आजाद के बीच हुई बहस है. चैट में सबसे पहले कल्याण बनर्जी के नाम का मैसेज है, जिसमें वे लिखते हैं, “मैं कोलकाता पहुंच गया हूं. आप अपने बीएसएफ और दिल्ली पुलिस को मुझे गिरफ्तार करने के लिए भेजो. आपका गृह मंत्रालय और इंटरनेशनल ग्रेट लेडी के साथ अच्छा कनेक्शन है. आज मैं उस जेंटलमेन को भी मुबारकबाद देता हूं, जिसने इंटरनेशनल ग्रेट लेडी की खूबसूरत एक्टिविटीज का खुलासा किया. उस वक्त उनके पीछे केवल उनका एक ब्वॉयफ्रेंड नहीं खड़ा था.”
चैट में आगे लिखा गया, “यह मूर्ख आदमी, जिसे वह बीएसएफ द्वारा गिरफ्तार करवाना चाहती थी, उसके पीछे खड़ा था. आज निश्चित रूप से 30 साल का मशहूर खिलाड़ी मुझे गिरफ्तार करवाने के लिए उसके पीछे खड़ा था.”
इसके बाद चैट के दूसरे हिस्से में कीर्ति आजाद नाम के हैंडल से मैसेज आता है, “आराम से कल्याण. आप बच्चे की तरह व्यवहार नहीं करो. दीदी ने आप पर बहुत भरोसा जताया है और सबको साथ लेकर चलने की जिम्मेदारी दी है. इसलिए रिलैक्स करो और आराम से सो जाओ. आपके साथ मेरा कोई पंगा नहीं है, मैं आपसे गुजारिश करता हूं कि आप राजनीति में सबको साथ लेकर नहीं चल सकते हो. समझदार इंसान की तरह बात करो, बचकानी हरकतें नहीं करो. ठंडे दिमाग से सोचो. गुड नाइट.”
अमित मालवीय के द्वारा शेयर किया गया व्हॉट्सएप चैट
इसके बाद एक बार फिर से कल्याण बनर्जी नाम के हैंडल से मैसेज आता है, “कीर्ति, आप मुझे सलाह नहीं दो. आप अंदरूनी सियासत की वजह से बीजेपी से बाहर कर दिए गए थे. आप मुझसे सीनियर नहीं हो. आप पार्टी को बेच देना चाहते हो. आप अब भी इंटर्नल पॉलिटिक्स के कैप्टन हो. अपने दोस्त के लिए मुझे गिरफ्तार करवाकर अपनी ताकत दिखा दो. फिक्र नहीं करिए, मैं दुर्गापुर जाऊंगा और आपकी पोल खोलूंगा. मैंने 2011 से जिम्मेदारियों से छुट्टी ले ली है. आप एक प्लान के तहत जब पार्टी सत्ता में थी, तो पार्टी में शामिल हुए.”