नई दिल्ली: अगर आप सरकारी नौकरी की तलाश में हैं तो आपके लिए सुनहरा मौका आने वाला है। CISF (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) में अगले कुछ सालों में रिकॉर्ड स्तर पर भर्तियां की जाएंगी। 2029 तक CISF की कुल ताकत को बढ़ाकर दो लाख जवानों तक ले जाने का लक्ष्य रखा गया है।
वर्तमान में CISF में करीब 1.62 लाख जवान तैनात हैं। अब गृह मंत्रालय ने इस संख्या को अर्थव्यवस्था की तेज़ रफ्तार और बढ़ती सुरक्षा ज़रूरतों के मद्देनज़र बढ़ाने का बड़ा फैसला लिया है।
हर साल 14,000 नई भर्तियां होंगी
गृह मंत्रालय की योजना के अनुसार, हर साल लगभग 14,000 नई नियुक्तियां की जाएंगी। यह भर्ती अभियान न सिर्फ सुरक्षा बल को मज़बूत करेगा, बल्कि देश के लाखों युवाओं को सरकारी नौकरी का मौका भी देगा।
2024 में 13,230 जवानों की भर्ती हो चुकी है, जबकि 2025 में 24,098 पदों की भर्ती प्रक्रिया जारी है।
महिला उम्मीदवारों को मिलेगा बड़ा मौका
CISF की प्रगतिशील नीतियों के कारण महिला उम्मीदवारों की भागीदारी भी तेज़ी से बढ़ने की उम्मीद है। बल अब हर रैंक पर महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की दिशा में काम कर रहा है।
नई यूनिट्स और बटालियन तैयार
CISF अब एक नई बटालियन तैयार करने की स्थिति में है, जो विशेष रूप से आंतरिक सुरक्षा और आपातकालीन तैनाती में काम आएगी। हाल ही में, बल में 7 नई सुरक्षा यूनिट्स जोड़ी गई हैं:
- संसद भवन परिसर
- अयोध्या एयरपोर्ट
- हजारीबाग में NTPC कोयला परियोजना
- पुणे में ICMR-राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान
- बक्सर थर्मल पावर प्रोजेक्ट
- एटा का जवाहर थर्मल पावर प्रोजेक्ट
- मंडी का ब्यास-सतलुज लिंक प्रोजेक्ट
इसके साथ ही, फायर विंग में भी दो नई यूनिट्स (संसद भवन और एटा) शुरू की गई हैं।
छत्तीसगढ़ और पूर्वी भारत में CISF की बढ़ती भूमिका
रिपोर्ट के अनुसार, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में वामपंथी उग्रवाद कम होने के कारण वहां नए औद्योगिक हब बनने की संभावना है। ऐसे में, CISF की तैनाती और सुरक्षा भूमिका अहम हो जाती है।